धौलपुर. जिला पुलिस की काली कमाई का सच इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसके कारण पुलिस की छवि और साख पर गंभीर बट्टा लगा है. जिले के दो थाना प्रभारियों का अवैध और काली कमाई के बारे बातचीत करते हुए यह ऑडियो पहले पुलिस की पीसीआर ग्रुप पर वायरल हुआ और उसके बाद सोशल मीडिया पर.
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी मृदुल कच्छावा ने आईजी भरतपुर रेंज लक्ष्मण गौड़ से चर्चा कर दोनों थाना प्रभारियों को निलंबित कर दिया है. मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र वर्मा को सौंपी गई है. काली और अवैध कमाई की चर्चा के वायरल हुए ऑडियो ने पुलिस के सिस्टम की पोल खोल दी है.
जानकारी के मुताबिक कौलारी थाना प्रभारी रामनिवास मीणा और दिहोली थाना प्रभारी आशुतोष चारण का ड्यूटी के दौरान ऑडियो वायरल हुआ है. दरअसल कौलारी थाना प्रभारी शहर की राठौर कॉलोनी पर कोरोना संक्रमण को लेकर लगाए गए कर्फ्यू में ड्यूटी दे रहे थे. ड्यूटी के दौरान थाना प्रभारी रामनिवास मीणा और आशुतोष चारण की बातचीत शुरू हुई. बातचीत के दौरान कौलारी थाना प्रभारी रामनिवास मीणा के हाथ में लगे मोबाइल से पुलिस का पीसीआर ग्रुप खुल गया और ऑडियो रिकॉर्डिंग का ऑप्शन दब गया. 1 मिनट 18 सेकंड दोनों थाना प्रभारियों की अवैध और काली कमाई को लेकर चर्चा हुई. चर्चा होने के बाद ऑडियो पुलिस की पीसीआर ग्रुप पर वायरल हो गया.
वायरल ऑडियो में दोनों थाना प्रभारियों में ये बातें हुईं:
आशुतोष चारण: तू तो खूब मजे ले रहा है...
रामनिवास मीणा: बाप कसम कुछ नहीं ले रहा, भगवान कसम 9 महीने में धेला भी नहीं मिला है, 6 महीने में 6 लाख भी नहीं आए...
आशुतोष चारण: जुआ भी बंद करा दिया इसके दोस्त सुमन भाई ने, सुमन तेरे पीछे पड़ रहा है, रामनिवास को लात मार सकता है, क्यूआरटी टीम में उसको एक जुए से 1000 से 1200 तक मिलते हैं...