धौलपुर. जिला पुलिस की आंखों की किरकिरी बना 10 हजारी इनामी बदमाश ओमवीर उर्फ लादेन आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. सोमवार को सूचना पर डीएसटी, कोबरा और स्थानीय पुलिस टीम ने पार्वती के बीहड़ों में छिपे हुए बदमाश ओमवीर उर्फ लादेन को घेर लिया. पुलिस से घिरा पाकर लादेन ने फायरिंग करते हुए भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने घेराबंदी करते हुए उसे धर दबोचा.
बदमाश लादेन के कब्जे से पुलिस ने एक पचफेड़ा, देशी तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. बता दें कि लादेन बाड़ी पंचायत समिति में सितंबर 2020 में संपन्न हुए पंचायती राज चुनावों के बाद से ही पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया था. बदमाश की तलाश में पुलिस टीमें दिन और रात जुटी हुई थी. कई दिनों की लुकाछिपी के बाद जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत की रणनीति से आखिरकार पुलिस को उसे दबोचने में सफलता मिल ही गई. अब लादेन के पकड़े जाने से तमाम वारदातों के खुलासे हो सकते हैं. वहीं कुख्यात बदमाश केशव गुर्जर और अन्य साथी बदमाशों के संबंध में पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है.
पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने बताया कि सोमवार की रात को पुलिस को बदमाश ओमवीर उर्फ लादेन के मनियां थाना इलाके के गांव बोथपुरा के पास उत्तर प्रदेश की सीमा में होने की जानकारी मिली. साथ ही जानकारी ये भी मिली कि वो के डांग इलाके में जाने की तैयारी में है. सूचना मिलते ही एसपी ने दस्यु लादेन की गिरफ्तारी को लेकर जाल बिछाते हुए रविवार रात को ही सैंपऊ थाना पुलिस के साथ डीएसटी और कोबरा टीम की सहायता से नाकाबंदी और गस्त बढा दी.
यह भी पढ़ें. आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई, प्रदेश में तीन कारोबारी समूह के दो दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर मारे छापे
सोमवार सुबह बदमाश लादेन छिप-छिपाकर कर पार्वती नदी के बीहड़ों में जा पहुंचा. जिसकी सूचना कांस्टेबल अवनीश कुमार को मिल गई. कांस्टेबल अवनीश कुमार ने पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत को लादेन के पार्वती के जंगल में छिपे होने की सूचना दी. पुलिस अधीक्षक ने लादेन को पकड़ने के लिए जाल बिछाते हुए संभावित स्थान की घेराबंदी कराई. पुलिस से घिरा हुआ पाकर दस्यु लादेन फायरिंग करते हुए भागने लगा. जिसे कोबरा डीएसटी और स्थानीय पुलिस थाने की टीम ने धर दबोचा.
कोर्ट ने 4 दिन की पीसी रिमांड पर भेजा
बदमाश के कब्जे से पुलिस ने एक राइफल और एक देसी तमंचा के साथ जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. मंगलवार को डकैत लादेन को पुलिस ने न्यायालय के समक्ष पेश किया. न्यायालय ने 4 दिन का पीसी रिमांड दिया है. पुलिस रिमांड के दौरान बड़ी वारदातों के राजफाश हो सकते हैं.
2020 में सरपंच प्रत्याशी समर्थक का किया था अपहरण
बता दें कि लालौनी निवासी ओमवीर उर्फ लादेन का आपराधिक रिकॉर्ड यूं तो वर्ष 2009 से शुरू हो गया था, लेकिन सबसे ज्यादा वह चर्चा में वर्ष 2017 में गढ़ी सुक्खा ग्राम पंचायत में हुए उपचुनाव के दौरान आया. जब उसने अपने समर्थक प्रत्याशी के लिए गांवों में बंदूक की नोक पर वोट मांगे थे. उपचुनाव में लादेन का समर्थक प्रत्याशी सरपंच निर्वाचित हो गया.
वहीं साल 2020 में सितंबर माह में फिर से हुए सरपंच के चुनाव में वही पुराने प्रत्याशी आमने-सामने हो गए. जिसमें लादेन समर्थित प्रत्याशी की हार हो गई. हार से बौखलाए हुए लादेन ने चुनाव जीतकर सरपंच बने प्रत्याशी के एक समर्थक का 2 अक्टूबर 2020 को अपहरण कर लिया और उसे जंगल में ले जाकर अमानवीय यातनाएं दी और अपशिष्ट पदार्थ पिलाया.
लादेन पर 25 गंभीर किस्म के केस दर्ज
लादेन ने लोगों में दहशत फैलाने के लिए इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया था. बदमाश लादेन के खिलाफ गंभीर प्रवृत्ति के 25 मुकदमे, 10,000 इनामी बदमाश लादेन गुर्जर के खिलाफ जिले के कई थानों में 25 गंभीर किस्म के मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार लादेन के खिलाफ हत्या का प्रयास, लूट, पुलिस पर हमला करने, डकैती, डकैती का प्रयास, नकबजनी शराब तस्करी, चोरी, मारपीट, राजकार्य में बाधा, अवैध हथियार रखनेजैसे कई गंभीर अपराध दर्ज है.