धौलपुर. जिले की SC-ST कोर्ट ने चार लोगों की गोली मारकर हत्या करने के मामले में बुधवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए एक मुलजिम को फांसी की सजा सुनाई है. इसके साथ ही 10 लाख रुपये के अर्थदंड से भी दंडित किया है. एससी-एसटी कोर्ट के विशिष्ट लोक अभियोजक माहिर हसन रिजवी ने बताया कि 9 जुलाई 2008 को पीड़ित जयपाल पुत्र रतन लाल जाटव निवासी धोंधे का पूरा ने बाड़ी पुलिस थाने पर एक रिपोर्ट दर्ज कराई.
जिसमें उसने बताया कि उसके पिता रतनलाल, ताऊ नत्थीलाल, चाचा रामस्वरूप और भाई भंवर लाल, पप्पू नरेगा योजना से बन रही सड़क पर काम करने आए थे. इसी दौरान सुबह करीब 9:30 बजे कीर्तिराम पुत्र जालिम गुर्जर निवासी धोंधे का पूरा, सुरेश गुर्जर विक्रम, चंद्रभान उर्फ अट्टा, पूरन भगवान सिंह, राजू, गुड्डू, कल्ला, सुरेश ठाकुर और बच्चू सिंह हथियारों से लैस होकर सड़क पर पहुंच गए. उसके बाद आरोपियों ने झगड़ा शुरू कर दिया और गाली-गलौच देते हुए अवैध हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी.
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फायरिंग में नत्थी लाल, रतनलाल, रामस्वरूप और रामवीर की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने मामला दर्ज कर न्यायालय में 11 आरोपितों को गिरफ्तार कर कोर्ट में चालान पेश किया. मामले में बुधवार को सुनवाई करते हुए विशिष्ट न्यायाधीश नरेंद्र मीणा ने मुलजिम कीर्ति राम पुत्र जालिम गुर्जर निवासी धोंधे का पूरा को फांसी की सजा सुनाई है और 10 लाख रुपये के जुर्माने से दंडित किया है. मामले में तीन आरोपी जेल में सजा काट रहे हैं और 7 मुलजिम जमानत के बाद से फरार चल रहे हैं.