धौलपुर. जिले में जहां एक तरफ 'स्वच्छ भारत' अभियान को चलाया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर धौलपुर जिले के बाड़ी सदर थाना क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत सहेड़ी के उप स्वास्थ्य केंद्र कसौटी खेड़ा पर तैनात चिकित्सा विभाग के एक कार्मिक ने स्वच्छ भारत अभियान की धज्जियां उड़ाई है. जिसका खामियाजा क्षेत्र के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. साथ ही इस समय चल रही मौसमी बीमारियों के प्रकोप का कहर भी झेलना पड़ रहा है.
जिससे परेशान ग्रामीणों ने उपखंड प्रशासन के साथ-साथ जिला प्रशासन से कई बार गुहार लगाई है. लेकिन उपखंड प्रशासन और जिला प्रशासन के उदासीन रवैए के चलते इस ओर किसी भी अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया है.
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वहीं अधिकारियों के उदासीन रवैया से परेशान आक्रोशित ग्रामीणों ने उप स्वास्थ्य केंद्र कांसौटी खेड़ा पर जिला प्रशासन के साथ-साथ चिकित्सा विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि अगर समय रहते प्रशासन ने उप स्वास्थ्य केंद्र की अव्यवस्थाओं को नहीं सुधारा तो ग्रामीणों को मजबूर होकर आंदोलन करना पड़ेगा. जिसका खामियाजा प्रशासन को झेलना पड़ेगा.
नहीं मिल रहा निशुल्क दवा
बता दें कि जिले के बाड़ी उपखण्ड की ग्राम पंचायत सहेड़ी के उप स्वास्थ्य केंद्र कसौटी खेड़ा पिछले लम्बे समय से अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है. चिकित्साकर्मियों के समय पर नहीं आने से ग्रामीणों को निशुल्क दवा योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सरकार और चिकित्सा विभाग ने उप स्वास्थ्य केंद्र तो खोल दिया है. लेकिन सरकार की ओर से दी जाने वाली स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है..
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अव्यवस्थाओं से जूझ रहा स्वास्थ्य केंद्र
चिकित्सा विभाग ने उप स्वास्थ्य केंद्र पर महज एक एएनएम की तैनाती की है. जो अस्पताल में कभी कभी ही उपस्थित रहती है. उसके अलावा समय से भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं खुलता है. ग्रामीणों को दवा योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. गर्भवती महिलाए टीकाकरण के लिए भटक रही हैं. ग्रामीणों ने कहा कि दर्जनों बार उपखण्ड प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक शिकायत दर्ज कराई गई है. लेकिन किसी ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया.
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जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने चिकित्सा विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते प्रशासन ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया, तो चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का घेराव कर आंदोलन किया जाएगा.
मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी को खबर तक नहीं
वहीं इस मामले को लेकर मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी गोपाल गोयल से बात की तो उन्होंने बताया कि ऐसा कोई मामला मेरे संज्ञान में अभी नहीं आया है और अगर ऐसा कोई मामला है, तो उसकी जांच करवाई जाएगी और दोषी कार्मिक के खिलाफ उचित कार्रवाई कर आमजन को राहत देने के लिए दूसरे अन्य कार्मिक को उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात किया जाएगा.