धौलपुर. जिले में भाजपा के नेता और राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रहे अशोक शर्मा ने रविवार को अपने निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार को धौलपुर में हो रहे चंबल बजरी परिवहन को लेकर प्रभावी कदम उठाने चाहिए. सरकार चाहे तो चंबल बजरी को रोजगार भी बना सकती है. इसके लिए सरकार को पहल करके आगे आना होगा.
शर्मा ने कहा मैंने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को पत्र के माध्यम से भी अवगत कराया है. चंबल इलाके में रोजगार का जरिया प्रमुख रूप से रेता परिवहन था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उसको रोक दिया. सरकार को इसके लिए पहल करते हुए घड़ियाल वाले क्षेत्र को चिन्हित करते हुए खोल देना चाहिए. जिससे सरकार के राजस्व को भी इजाफा होगा और बेरोजगारों को भी रोजगार मिलेगा.
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शर्मा ने कहा कि चंबल नदी में जैसे ही भारी पानी की आवक होती है तो नदी के तटवर्ती इलाकों में खेतों में बजरी रह जाती है. जिससे किसानों की फसल भी नष्ट हो जाती है. उसके अलावा किसान फसल से बजरी को हटा भी नहीं सकता. अगर हटाने की कोशिश भी करता है. तो प्रशासन उसको बजरी का स्टॉक समझकर जप्त करता है और किसान के खिलाफ कार्रवाई की जाती है.
शर्मा ने कहा कि इसके लिए धौलपुर शहर के राजनेताओं सामाजिक संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए और सरकार का सहयोग लेकर सुप्रीम कोर्ट में रिट दायर करनी चाहिए. जिससे चंबल बजरी की निकासी हो सके. साथ ही युवाओं को रोजगार मिल सके. कंस्ट्रक्शन के लिए धौलपुर जिले का आदमी भटक रहा है. बजरी उपलब्ध नहीं होने के कारण मकान निर्माण के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. इसी का कारण है कि हाल ही में कुछ दिन पूर्व चंबल बजरी का परिवहन करने वाले लोगों और पुलिस में मुठभेड़ हुई थी. जिसमें 2 लोगों की जान गई थी. शर्मा ने कहा पुलिस और बजरी परम पर करने वाले लोगों में हुई मुठभेड़ में मारे गए दोनों लोगों की जांच निष्पक्ष होनी चाहिए.
अशोक शर्मा ने कहा कि प्रतिबंधित चंबल बजरी के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए खनिज विभाग और परिवहन विभाग को भी साथ लेना चाहिए. इससे समाज की व्यवस्था सुधरेगी और धौलपुर का विकास होगा.