जयपुर. अलवर के बहरोड़ थाने से विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को भगाकर ले जाने वाले हिस्ट्रीशीटर विनोद स्वामी को पुलिस ने शनिवार को कर लिया.स्वामी से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. उसने बताया कि पपला गुर्जर को गिरफ्तार करने के बाद सबसे पहले उसे छुड़वाने के लिए बहरोड़ थाने का हिस्ट्रीशीटर और सरपंच विनोद स्वामी ही थाने पहुंचा.
वहीं विनोद स्वामी ने पपला को छुड़वाने के लिए थानाधिकारी और थाने पर मौजूद पुलिसकर्मियों को अनेक तरह के प्रलोभन दिए.इसके साथ ही पपला से जो लाखों रुपए की नगद राशि बरामद की गई थी उसका भी एक बड़ा हिस्सा पुलिसकर्मियों को देने का प्रलोभन विनोद स्वामी ने दिया.
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विनोद स्वामी ने जब पुलिसकर्मियों से डील फाइनल नहीं हो पाई तो उसके बाद पपला के कुछ साथियों को विनोद ने ही बहरोड़ थाने की रैकी करवाई. यही नहीं विनोद ने ही पपला की गैंग के बदमाशों को बहरोड थाने का नक्शा बना कर दिया. जिसमें थाना अधिकारी के कक्ष और हवालात की लोकेशन की जानकारी दी गई.
विनोद ने पपला की गैंग के बदमाशों को नक्शा उपलब्ध करवाने के बाद ही गैंग के शातिर बदमाशों ने थाने में प्रवेश कर ताबड़तोड़ फायरिंग की और पपला को मुक्त करवा कर अपने साथ ले गए. इसके साथ ही विनोद से हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि वह न केवल पपला की गैंग से संपर्क में है बल्कि हरियाणा राज्य की अनेक गैंग के बदमाशों से भी उसका संपर्क है.
वहीं विनोद से हुई पूछताछ के आधार पर ही हरियाणा पुलिस ने पपला के जीजा सहित पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल इस पूरे प्रकरण में विनोद स्वामी से पूछताछ जारी है और पपला से संबंधित अहम जानकारी भी मिलने की संभावना है.