बसेड़ी (धौलपुर). कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन की ओर से रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े के अंतर्गत लोगों को जागरुक करने के लिए अभियान चलाया गया. जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल और एसपी केसर सिंह शेखावत ने संयुक्त रूप से अधिकारियों के साथ ही राजनीतिक प्रतिनिधियों की बैठक ली. वहीं, कस्बे में घूमते हुए व्यवस्थाओं को जायजा भी लिया.
बैठक के दौरान कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान में कस्बे में पंचायत व नगरपालिका का सिस्टम पूरी तरह ध्वस्त पड़ा है. सरकार ने सरमथुरा में पंचायत के अधिकार खत्म कर दिए हैं, वहीं नगरपालिका में अभी बजट का अभाव है. इस स्थिति में कस्बे की गंदगी की समस्या को किस तरह से दूर किया जा सकता है. शहर के लोगों से चर्चा की तो उन्होंने आमजन का सहयोग लेते हुए सफाई व्यवस्था को शुरू करवाने की बात कही.
कलेक्टर ने लोगो को सुझाव देते हुए कहा कि सामुदायिक गतिशीलता को बढ़ावा देकर कमेटी गठित कर दुकान वाइज कलेक्शन कर प्रत्येक समाज के लोगों को साथ लेकर क्षमता अनुसार एवं एनजीओ के माध्यम से सफाई कराने की व्यवस्था करवाएं. उन्होंने कोविड केसों के संबंध में समीक्षा की. प्रत्येक दिन की सेम्पलिंग एवं पॉजिटिविटी के बारे में जाना और आवश्यक निर्देश दिए.
कलेक्टर ने आशाओं के माध्यम से दवाओं का वितरण कराने, आईएलआई सर्वे के संबंध में जानकारी ली. बैठक में डॉ. जीएल मीणा ने बताया कि सरमथुरा में 50 एक्टिव केस है. जिन्हें होम क्वारंटीन करते हुए देखरेख में इलाज की व्यवस्था करवाई गई है. सरमथुरा ब्लॉक की व्यवस्थाओं को देख कलेक्टर, एसपी ने संतुष्ट जताई.
ऑक्सीजन के खाली सिलेण्डरों को जमा कराएं
जिला कलेक्टर ने गैंगसा उधमियों से सहयोग की अपील की. उन्होंने कहा कि वर्तमान में लोगों की जान बचान के लिए ऑक्सीजन सिलेण्डरों की बड़ी आवश्यकता है. पूर्व में खाली सिलेण्डरों की उपलब्धता बताने के बाबजूद उधमियों की ओर से खाली सिलेंडर देने से इंकार किया जा रहा है. इस प्रकार का कृत्य लोगों के जीवन के लिए खतरा पैदा कर सकता है.
वहीं, उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि यथाशीघ्र खाली सिलेण्डरों को उपखंड कार्यालय में जमा करावें अन्यथा महामारी अधिनियम एवं धारा 188 के तहत मामला दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. एसडीएम मनीष कुमार जाटव ने कलेक्टर को बताया कि सरमथुरा से गैंगसा उधमियो की ओर से 28 ऑक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध करवाए गए हैं.