धौलपुर. गत 27 मई को बाड़ी कस्बे में फर्नीचर व्यवसायी अशोक कुमार से चिट्ठी और मोबाइल के जरिए 5 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया (Dholpur Police arrested three in extortion case) है.
मामले का खुलासा करते हुए एसपी नारायण टोगस ने बताया कि व्यापारी से रंगदारी मांगने के मामले में बाड़ी कोतवाल बिजेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. व्यापारी को धमकी मिलने के बाद पुलिस ने मोबाइल नंबर को ट्रेस किया तो मोबाइल नंबर जयपुर में रहने वाले इकरार खान मिस्त्री के नाम से निकला. पूछताछ में इकरार ने अपने मोबाइल की सिम खो जाने की बात कही. इसके बाद पुलिस की टीम ने व्यापारी के यहां काम करने वाले सभी मजदूरों पर पैनी निगाह रखना शुरू कर दिया.
इस पर पुलिस को पता चला कि जिस सिम से व्यापारी को धमकी के लिए फोन किया गया था, वह सिम कई दिनों पूर्व आरोपी इकराम अपने बाड़ी के रहने वाले दोस्त जावेद को दे आया था. इस आधार पर पुलिस ने जावेद को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पता चला कि लकड़ी का व्यापारी अशोक कुमार कई दिनों से उसे कमीशन के पैसे नहीं दे रहा था. जिससे पैसे वसूलने के लिए उसने चिट्ठी लिखकर रंगदारी मांगी थी. खुद के पढ़ा लिखा ना होने पर आरोपी जावेद ने पड़ोसी तौसीफ खान को रंगदारी में कमीशन देने का लालच देते हुए चिट्ठी लिखवा कर व्यापारी की दुकान में डाल दी. कमीशन ना मिलने से नाराज मिस्त्री और उसके दो साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
पुलिस को गुमराह करने के लिए चिट्टी पर लिखा "जय बाबू महाराज": एसपी नारायण टोगस ने बताया कि पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने जय बाबू महाराज लिखवा दिया. जो अमूमन चंबल अंचल के डकैत फिरौती के लिए दी जाने वाली चिट्ठी में लिखते हैं. एसपी ने बताया कि चिट्ठी के जरिए आरोपी पुलिस को गुमराह कर रहे थे. जिनसे पूछताछ की जा रही है.