दौसा. कोरोना काल और लॉकडाउन के चलते सैकड़ों लोगों का रोजगार छिन चुका है. लोगों के व्यापार भी धीरे-धीरे चौपट होते नजर आ रहे हैं. ऐसे में ग्रामीण लोगों का सहारा बनी सरकार की मनरेगा योजना भी अब धीरे-धीरे धांधली और अधिकारियों की कारगुजारी की भेंट चढ़ती नजर आ रही है.
जिसके चलते मंगलवार को मनरेगा कार्य में धांधली को लेकर दर्जनों महिलाओं ने जिला परिषद कार्यालय के आगे एकत्रित होकर प्रदर्शन किया. महिलाओं का आरोप है कि गणेशपुरा ग्राम पंचायत में मनरेगा कर्मियों को कार्य में नहीं लगाया जाता. वहीं, ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा महिलाओं से खाली कागज पर साइन करवाने और धमकाने जैसी बातें भी सामने आ रही है.
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प्रदर्शन करने वाली महिलाएं गणेशपुरा ग्राम पंचायत के खेड़ली गांव की रहने वाली है. महिलाओं का आरोप है कि पूर्व में उन्होंने लगभग 4 मस्टर रोल गणेशपुरा ग्राम पंचायत में काम किया है. लेकिन अब ग्राम पंचायत सचिव ने उन्हें कार्य करने से मना कर दिया और सचिव ने कहा कि अब जो मस्टर रोल आ रहा है, उसमें तुम्हारा नाम नहीं है. ऐसे में उन्हें मनरेगा में कार्य करने के लिए नहीं लगाया जा सकता. जिसके चलते दर्जनों महिलाएं बेरोजगार हो गई.
जिला परिषद के कार्यकारी अधिकारी लक्ष्मीकांत बालोत ने बताया कि मनरेगा में बारिश की वजह से तालाब में पानी आ गया, जिस वजह से कई जगहों पर कार्य बंद किया गया है. कहीं पर कीचड़ हो जाने की वजह से भी कार्य को रोका गया है. महिलाओं से बात कर उन्हें समझा दिया जाएगा. आगामी समय में ग्रामीण क्षेत्र में कार्य शुरू कर इन्हें समायोजित कर दिया जाएगा.