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दौसा के इस गांव के लोगों ने दी मतदान बहिष्कार की चेतावनी, बोले- पानी नहीं तो वोट नहीं

दौसा के दुब्बी गांव के लोगों ने पानी के लिए जलदाय विभाग के खिलाफ गुरुवार को प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने पानी की समस्या दूर नहीं करने पर मतदान बहिष्कार की चेतावनी दी है.

Women demonstrated for water
महिलाओं ने पानी के लिए किया प्रदर्शन
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 9, 2023, 1:42 PM IST

दौसा. जिले में इन दिनों पानी की किल्लत है. जिलेवासी इस समस्या से जूझ रहे हैं. बांदीकुई उपखंड की ग्राम पंचायत दुब्बी के लोगों ने इस मामले को लेकर गुरुवार को जलदाय विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर रोष जताया. साथ ही उन्होंने मतदान के बहिष्कार की चेतावनी दी है.

चुनाव आते ही नेता पानी के लिए लुभावने वादे तो करते हैं, लेकिन पानी की किल्लत को दूर करने के लिए धरातल पर कोई काम नहीं करते. ग्राम पंचायत दुब्बी में ग्रामीण महिलाओं को पीने के पानी के लिए दो किलोमीटर दूर कुएं पर जाना पड़ता है. इन महिलाओं ने आरोप भी लगाया कि कुएं पर कुछ दबंग उन्हें जाति सूचक शब्दों से अपमानित करते हैं. इस संबंध में गुरुवार को ग्रामीण महिला और पुरुषों ने पानी की मांग को लेकर जलदाय विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर रोष जताया.

पानी नहीं तो वोट नहीं : इस दौरान दुब्बी गांव की महिलाओं ने बताया कि हमारी पानी की प्रमुख समस्या है. ग्राम पंचायत और राज्य सरकार की ओर से पेयजल के लिए कोई व्यापक इंतजाम नहीं किए गए हैं, जिसके चलते गांव से दो किलोमीटर दूर जाकर कुएं से पानी लाना पड़ता है. पानी की समस्या का प्रशासन की ओर से जल्द समाधान नहीं हुआ तो, हम विधानसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे. वहीं अन्य महिलाओं ने बताया कि पानी की कमी के चलते बच्चों को भी स्कूल जाने में देरी हो जाती है, जिसके कारण बच्चों की शिक्षण व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है.

पढ़ें : Special : 900 करोड़ का इलेक्ट्रॉनिक, कपड़ा और बर्तन का बाजार, इस बार 720 करोड़ तक सिमटने के आसार

सरकारी टंकी का पानी भी बंद : महिलाओं ने बताया कि जलदाय विभाग की ओर से गांव में दो पानी की टंकियों का निर्माण करवा गया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों पहले दबंग लोगों ने टंकियों में वॉल लगाकर पानी बंद कर दिया है. कई बार इस बारे में जलदाय विभाग के अधिकारियों को भी अवगत करवा गया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया. एक युवक ने बताया कि करीब 800 रुपए में पानी का टैंकर मंगवाकर पानी की पूर्ति करते हैं. पशुओं के लिए भी कुएं से पानी निकालकर पिलाना पड़ता है.

राजनीतिक पार्टी के लोग भाइचारा बिगाड़ना चाह रहे : वहीं, इस मामले की जानकारी के लिए ग्राम पंचायत दुब्बी की सरपंच राजरानी गुर्जर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पिछले 15 सालों से सभी समाज के लोग एक ही कुएं से पानी भर रहे हैं. किसी भी समाज के लोगों को कभी अपमानित नहीं किया गया गया. चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों के नेता इस मामले को तूल देकर माहौल खराब करना चाहते है.

पढ़ें : भरतपुर में इस गांव के लोगों ने दी मतदान बहिष्कार की चेतावनी, बोले- पानी नहीं तो वोट नहीं

कलेक्टर बोले- होगा समाधान : मामले की जानकारी के लिए बांदीकुई एसडीएम नीरज कुमार मीणा और जलदाय विभाग के सहायक अभियंता सज्जन सिंह से संपर्क करने की कई बार कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया. इस दौरान दौसा जिला कलेक्टर कमर उल जमाल चौधरी ने इस बारे में बताया कि मामला मेरी जानकारी में नहीं है. अगर इस प्रकार का कोई मामला है, तो पानी के टैंकर भेजकर ग्रामीणों की समस्या का समाधान किया जाएगा.

दौसा. जिले में इन दिनों पानी की किल्लत है. जिलेवासी इस समस्या से जूझ रहे हैं. बांदीकुई उपखंड की ग्राम पंचायत दुब्बी के लोगों ने इस मामले को लेकर गुरुवार को जलदाय विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर रोष जताया. साथ ही उन्होंने मतदान के बहिष्कार की चेतावनी दी है.

चुनाव आते ही नेता पानी के लिए लुभावने वादे तो करते हैं, लेकिन पानी की किल्लत को दूर करने के लिए धरातल पर कोई काम नहीं करते. ग्राम पंचायत दुब्बी में ग्रामीण महिलाओं को पीने के पानी के लिए दो किलोमीटर दूर कुएं पर जाना पड़ता है. इन महिलाओं ने आरोप भी लगाया कि कुएं पर कुछ दबंग उन्हें जाति सूचक शब्दों से अपमानित करते हैं. इस संबंध में गुरुवार को ग्रामीण महिला और पुरुषों ने पानी की मांग को लेकर जलदाय विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर रोष जताया.

पानी नहीं तो वोट नहीं : इस दौरान दुब्बी गांव की महिलाओं ने बताया कि हमारी पानी की प्रमुख समस्या है. ग्राम पंचायत और राज्य सरकार की ओर से पेयजल के लिए कोई व्यापक इंतजाम नहीं किए गए हैं, जिसके चलते गांव से दो किलोमीटर दूर जाकर कुएं से पानी लाना पड़ता है. पानी की समस्या का प्रशासन की ओर से जल्द समाधान नहीं हुआ तो, हम विधानसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे. वहीं अन्य महिलाओं ने बताया कि पानी की कमी के चलते बच्चों को भी स्कूल जाने में देरी हो जाती है, जिसके कारण बच्चों की शिक्षण व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है.

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सरकारी टंकी का पानी भी बंद : महिलाओं ने बताया कि जलदाय विभाग की ओर से गांव में दो पानी की टंकियों का निर्माण करवा गया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों पहले दबंग लोगों ने टंकियों में वॉल लगाकर पानी बंद कर दिया है. कई बार इस बारे में जलदाय विभाग के अधिकारियों को भी अवगत करवा गया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया. एक युवक ने बताया कि करीब 800 रुपए में पानी का टैंकर मंगवाकर पानी की पूर्ति करते हैं. पशुओं के लिए भी कुएं से पानी निकालकर पिलाना पड़ता है.

राजनीतिक पार्टी के लोग भाइचारा बिगाड़ना चाह रहे : वहीं, इस मामले की जानकारी के लिए ग्राम पंचायत दुब्बी की सरपंच राजरानी गुर्जर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पिछले 15 सालों से सभी समाज के लोग एक ही कुएं से पानी भर रहे हैं. किसी भी समाज के लोगों को कभी अपमानित नहीं किया गया गया. चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों के नेता इस मामले को तूल देकर माहौल खराब करना चाहते है.

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कलेक्टर बोले- होगा समाधान : मामले की जानकारी के लिए बांदीकुई एसडीएम नीरज कुमार मीणा और जलदाय विभाग के सहायक अभियंता सज्जन सिंह से संपर्क करने की कई बार कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया. इस दौरान दौसा जिला कलेक्टर कमर उल जमाल चौधरी ने इस बारे में बताया कि मामला मेरी जानकारी में नहीं है. अगर इस प्रकार का कोई मामला है, तो पानी के टैंकर भेजकर ग्रामीणों की समस्या का समाधान किया जाएगा.

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