दौसा. पंचायत राज के चुनाव सर पर है, लेकिन पंचायत पुनर्गठन का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. नवगठित ग्राम पंचायतों के लोग आए दिन जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हैं. ऐसे में गुरुवार को भी बीघावास गांव के लोगों ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर बिघावास ग्राम को पुरानी ग्राम पंचायत हिंगोटिया में जोड़ने की मांग करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया. वहीं उनकी मांग नहीं माने जाने पर आने वाले पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है.
ग्रामीणों का कहना है कि, बिघावास ग्राम को हिंगोटिया ग्राम पंचायत से हटाकर ठीकरिया नवगठित ग्राम पंचायत में जोड़ दिया गया है. इसे लेकर ग्रामीणों ने पहले भी काफी लंबी जद्दोजहद की, जिसके चलते बिघावास को वापस हिंगोटिया ग्राम पंचायत में जोड़ दिया गया था. लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते एक बार फिर से गांव को हिंगोटिया ग्राम पंचायत से हटाकर फिर से ग्राम ठिकरिया पंचायत में जोड़ दिया गया.
ग्रामीणों का कहना है कि ठिकरिया पंचायत उनके गांव से 8 किलोमीटर दूर है. वहीं हिंगोटिया ग्राम पंचायत महज दो किलोमीटर की दूरी पर है. ऐसे में ग्रामीणों को आने जाने में लंबी दूरी तय करनी होगी. जिसके चलते ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है. वहीं उन्होंने चेतावनी भी दी कि, उनके ग्राम बिघावास को पुराने ग्राम पंचायत हिंगोटिया में वापस नहीं जोड़ा तो वह आगामी ग्राम पंचायत चुनाव का बहिष्कार करेंगे.
ग्रामीणों का कहना है कि, जिला प्रशासन ने भी पहले भी ग्रामीणों की समस्याओं को सही मानते हुए ग्राम बीघावास को परिसीमन में यथावत रखने का आश्वासन दिया था. लेकिन उसके बावजूद भी परिसीमन में बिघावास को पुरानी ग्राम पंचायत से नई ग्राम पद ग्राम पंचायत ठिकरिया में जोड़ दिया गया. जिसको लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है.