दौसा. जिले के सैंथल थाने में हेड कांस्टेबल गिर्राज द्वारा आत्महत्या किए जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. कुछ दिनों पहले सैंथल थाने के हेड कांस्टेबल गिर्राज के सुसाइड करने के बाद दौसा पुलिस ने मामले को रफा-दफा कर दिया था. साथ ही शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर, अंतिम संस्कार करवा दिया था.
इस सुसाइड से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. जिसको लेकर सोमवार को दौसा कलेक्ट्रेट में अनेक सामाजिक संगठन पहुंचे और जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग रखी.
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इस दौरान अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अधिकारी, कर्मचारी संयुक्त महासंघ और भीम आर्मी के कार्यकर्ता अलग-अलग दौर में कलेक्टर से मिले और ज्ञापन सौंपकर पुलिसकर्मी गिर्राज आत्महत्या केस की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की. गौरतलब है कि पुलिसकर्मी के परिचित जगदीश गुर्जर द्वारा बजरी माफियाओं, दलालों और पुलिस के बीच गठजोड़ होने का बयान दिया था.
साथ ही पुलिसकर्मी गिर्राज को कुछ दिन पूर्व बजरी माफियाओं द्वारा मारपीट की घटना की भी बात कही थी. परिचित के बयान के बाद ही पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं सामाजिक संगठन भी सक्रिय हुए हैं.
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मामले को लेकर एसटी/एससी कर्मचारी संघ के पदाधिकारी धर्मपाल मीना का कहना है कि जिले में कर्मचारियों पर इस समय दबाव का माहौल बना हुआ है. जिसके चलते सदर थाने के हेड कांस्टेबल गिर्राज ने सुसाइड किया है. ऐसे में सभी पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है.