दौसा. जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के मोरोली गांव में मंदिर माफी की जमीन पर भू माफियाओं के कब्जे से परेशान होकर मंदिर के पुजारी ने आत्महत्या करने का प्रयास किया. पुजारी राजेंद्र शर्मा का कहना है कि उसके पास आजीविका का कोई साधन नहीं है, मंदिर माफी की जमीन एक मात्र कमाई का है. जिस पर उसका पूरा परिवार आश्रित है. ऐसे में उस पर भी भू माफियाओं ने कब्जा कर लिया है. जिसके चलते उसके परिवार की पर रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
लाख प्रयास करने के बावजूद भी भूमाफियाओं ने मंदिर माफी की जमीन से अतिक्रमण नहीं हटाया. जिसके चलते पुजारी ने परेशान होकर मंदिर के गुंबद पर चढ़कर आत्महत्या करने का प्रयास किया. पुजारी के प्रयास के बाद प्रदेश के कुछ ब्राह्मण संगठन साथ में आए व जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर भू माफियाओं से मंदिर माफी जमीन खाली करवाने की मांग की.
गौरतलब है कि जिले में कुछ दिनों पहले भी मंदिर माफी की करोड़ों की जमीन पर भूमाफियाओं ने कब्जा कर लिया था. करोड़ों की जमीन धोखाधड़ी से रजिस्ट्री करवा ली थी. जिस सदमे से पुजारी की मौत हो गई थी. जिसके बाद राज्यसभा सांसद किरोडी लाल मीणा पुजारी के शव को लेकर धरने पर बैठे वह मंदिर माफी की जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग की. सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर दौसा से लेकर जयपुर तक शव को लेकर प्रदर्शन किया.
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उसके बाद सरकार ने सभी मांगे मानते हुए मंदिर माफी की जमीन से अतिक्रमण हटाया था. लेकिन उसके बावजूद भी भू माफियाओं के हौसले बुलंद है और दौसा में महज दो महीने में यह दूसरा मामला है वीकली भू माफियाओं से हाथ धोकर पुजारी ने आत्महत्या करने की कोशिश की है.