दौसा. अपने सपनों को पूरा करने में सामने आई आर्थिक कठनाईयों के बाद भी पूरा नहीं होने का दर्द...दौसा के ये दंपति अच्छे से जानते है. जिसको समझते हुए ऐसे में प्रिंसिपल दंपति पिछले 10 वर्षों से छात्र-छात्राओं को निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं. जी हांआर्थिक युग में एक ओर जहां शिक्षा का खर्चा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. प्राइमरी एजुकेशन हो या फिर करियर कंप्टीशन, हो या कोचिंग संस्थानों की फीस. इतनी मोटी हो गई है कि आम आदमी फीस भरने में अपने आप को असमर्थ पाता है. उधर, दौसा के ये पति-पत्नी 10 वर्षों से निशुल्क शिक्षा देने का सराहनीय काम कर रहे हैं.
अब तक इन शिक्षक दंपति से निशुल्क पढ़कर हजारों छात्रों का भविष्य बन चुका है. पिछले एक दशक से छात्र-छात्राओं को निशुल्क शिक्षा और करियर गाइडेंस दे चुकें है. साथ ही ये मुहिम आगे भी जारी है. वहीं फ्री में कोचिंग करके शिक्षक बने जगदीश मीणा ने बताया कि मैंने यहां पढ़ाई करके एक शिक्षक पद हासिल किया है..जिसमें सर और मैम का बहुत योगदान हैं.
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भारत में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है. ईटीवी भारत भी ऐसे शिक्षकों के प्रति प्यार और सम्मान प्रकट करते हुए उनके जज्बें को लोगों के सामने ला रख रहा है. जो एक स्वस्थ्य और जागरूक समाज के लिए बेहद जरूरी है.
ईटीवी भारत के लिए दौसा से दिनेश तिवारी की रिपोर्ट