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दौसा: मेहंदीपुर बालाजी मंदिर को खोलने की मांग को लेकर व्यापारियों का प्रदर्शन

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Published : Oct 30, 2020, 5:35 PM IST

दौसा के प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी मंदिर खोलने को लेकर शुक्रवार को दुकानदारों ने प्रदर्शन किया. दुकानदारों का कहना है कि उनकी रोजी-रोटी मंदिर से जुड़ी हुई है. ऐसे में पिछले 8 महीनों से मंदिर बंद है और उनकी माली हालत खराब है. ऐसे में जब अनलॉक में सभी जगह धार्मिक स्थलों को खोला जा रहा है तो प्रशासन क्यों मेहंदीपुर बालाजी मंदिर को बंद किए हुए है.

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मेहंदीपुर बालाजी मंदिर खोलने को लेकर प्रदर्शन

दौसा. मेहंदीपुर बालाजी के श्री बालाजी महाराज मंदिर के पट 17 मार्च से बंद हैं. कोरोना के बाद से मेहंदीपुर बालाजी को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया था लेकिन अब अनलॉक में व्यापारी और दुकानदार मंदिर खोलने की मांग कर रहे हैं. मेहंदीपुर बालाजी के व्यापारियों, गेस्ट हाउस और होटल संचालक, प्रसाद बेचने वाले दुकानदार, रेस्टोरेंट्स मालिक, थड़ी और ठेला विक्रेताओं के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.

17 मार्च से बंद है बालाजी मंदिर

पढे़ं: गुर्जर आरक्षण आंदोलन की चेतावनी के बीच हरकत में गहलोत सरकार, 25 RAS अधिकारियों की लगाई ड्यूटी

व्यापारियों और दुकानदारों का कहना है कि उनका पूरा व्यवसाय मंदिर पर टिका हुआ है और पिछले 8 महीनों से मंदिर बंद है. ऐसे में उनके सामने दो जून की रोटी का संकट खड़ा हो गया है. जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दुकानदारों ने कहा कि सरकार को इसमें हस्तक्षेप करके मंदिर खुलवाने की मांग की. व्यापारियों का कहना है कि करौली जिले के कैलादेवी मंदिर खोला जा चुका है, दूसरी जगह भी कई धार्मिक स्थलों को खोला जा रहा है लेकिन मेहंदीपुर बालाजी के पट अभी भी बंद हैं.

व्यापारी तर्क दे रहे हैं जब सरकार नगर निगम और पंचायत चुनाव करवा सकती है तो मंदिर खोलने में क्या परेशानी है. जबकि मेहंदीपुर बालाजी मंदिर प्रबंधन ने सोशल डिस्टेसिंग की पालना का भरोसा दिया है. बालाजी मंदिर से हजारों परिवारों की रोजी-रोटी चलती है. जिसपर पिछले 8 महीनों से संकट छाया हुआ है. वहीं, श्रद्धालुओं का कहना है कि देश के अधिकतर राज्यों में मंदिरों को खोला जा चुका है, ऐसे में मेहंदीपुर बालाजी को बंद रखने का कोई औचित्य नजर नहीं आता.

दौसा. मेहंदीपुर बालाजी के श्री बालाजी महाराज मंदिर के पट 17 मार्च से बंद हैं. कोरोना के बाद से मेहंदीपुर बालाजी को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया था लेकिन अब अनलॉक में व्यापारी और दुकानदार मंदिर खोलने की मांग कर रहे हैं. मेहंदीपुर बालाजी के व्यापारियों, गेस्ट हाउस और होटल संचालक, प्रसाद बेचने वाले दुकानदार, रेस्टोरेंट्स मालिक, थड़ी और ठेला विक्रेताओं के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.

17 मार्च से बंद है बालाजी मंदिर

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व्यापारियों और दुकानदारों का कहना है कि उनका पूरा व्यवसाय मंदिर पर टिका हुआ है और पिछले 8 महीनों से मंदिर बंद है. ऐसे में उनके सामने दो जून की रोटी का संकट खड़ा हो गया है. जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दुकानदारों ने कहा कि सरकार को इसमें हस्तक्षेप करके मंदिर खुलवाने की मांग की. व्यापारियों का कहना है कि करौली जिले के कैलादेवी मंदिर खोला जा चुका है, दूसरी जगह भी कई धार्मिक स्थलों को खोला जा रहा है लेकिन मेहंदीपुर बालाजी के पट अभी भी बंद हैं.

व्यापारी तर्क दे रहे हैं जब सरकार नगर निगम और पंचायत चुनाव करवा सकती है तो मंदिर खोलने में क्या परेशानी है. जबकि मेहंदीपुर बालाजी मंदिर प्रबंधन ने सोशल डिस्टेसिंग की पालना का भरोसा दिया है. बालाजी मंदिर से हजारों परिवारों की रोजी-रोटी चलती है. जिसपर पिछले 8 महीनों से संकट छाया हुआ है. वहीं, श्रद्धालुओं का कहना है कि देश के अधिकतर राज्यों में मंदिरों को खोला जा चुका है, ऐसे में मेहंदीपुर बालाजी को बंद रखने का कोई औचित्य नजर नहीं आता.

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