दौसा. जिला रोजगार कार्यालय की ओर से जिले के युवाओं को रोजगार प्रदान करने और उन्हें कौशल विकास मिशन से जोड़कर सेल्फ रोजगार प्रदान करने के लिए रोजगार मेले का आयोजन किया गया. हालांकि इस मेले में हर बार की तरह इस बार युवाओं की भागीदारी में जोश नजर नहीं आया.
मेले को लेकर जिला रोजगार अधिकारी जगदीश निर्माण का कहना है कि सरकार की मंशा के अनुसार जिले के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और उनमें कौशल विकास करने व निजी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने को लेकर मेले का आयोजन किया गया है. जिससे युवा अपने कौशल विकास के साथ स्वयं का रोजगार भी कर सके.
इसके लिए जिले के विभिन्न विभाग मेले में शामिल हुए हैं जो कि युवाओं को कौशल विकास संबंधित ट्रेनिंग और ऑप्शन उपलब्ध करवाते हैं. हालांकि जिला रोजगार कार्यालय द्वारा अब तक उपलब्ध करवाए गए युवाओं के रोजगार में अधिकांश सुरक्षा प्रहरी और चौकीदार जैसी ही नौकरियां युवाओं को उपलब्ध करवाई गई है. जिससे कि युवाओं की मेले को लेकर रुचि कम ही नजर आई.
जिला रोजगार अधिकारी जगदीश निर्वाण का कहना है कि अधिक पढ़े-लिखे लिखे व उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा से जुड़े हुए युवा सीधे सीधे कंपनियों में जाकर स्वयं ही इंटरव्यू देकर भर्ती हो जाते हैं, जिसके चलते बड़े पदों के लिए निजी क्षेत्र की कंपनियां मेले में प्लेसमेंट के लिए नहीं आ पाती. जो कंपनी आती है वह सुरक्षा गार्ड या इस तरह के ही ऑप्शन उपलब्ध करवाती है.
अधिकांश कंपनियों को दौसा करौली क्षेत्र के युवा सुरक्षा प्रहरी के लिए फिट नजर आते हैं, जिसके चलते भी प्रदेश की कई कंपनियां वहां के युवाओं को सुरक्षा गार्ड व चौकीदार के लिए रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए प्राथमिकता प्रदान करती है.