दौसा. गुर्जर आरक्षण आंदोलन की आशंका के चलते 3 दिन से प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. झूठी खबरों को सोशल मीडिया पर फैलने से रोकने के लिए जिले की इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं. साथ ही रोडवेज ने भरतपुर में गोवर्धन जी जाने वाली बसों को भी रोक लिया है.
हालांकि, जयपुर डिपो की कुछ बसें अनभिज्ञता के चलते रविवार को भरतपुर के लिए रवाना होकर दौसा पहुंच गईं. लेकिन, जब दौसा पहुंचकर उनको मामले की जानकारी मिली तो बसों को दौसा डिपो में ही खड़ा करा दिया गया. साथ ही सवारियों से वहां तक का किराया लेकर, बाकी पैसे वापस लौटा दिए गए. ऐसे में सवारियां दौसा से आगे जाने के लिए निजी वाहनों के चक्कर लगाती रहीं.
बस चालक बालकृष्ण का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि बसों को भरतपुर जाने से रोक दिया गया है. इसलिए वह जयपुर के नारायण सिंह सर्किल से सवारियों को भरकर दौसा कर आ गए. लेकिन, यहां आने पर उन्हें पता चला कि भरतपुर में गोवर्धन जी जाने वाली बसों को गुर्जर आंदोलन के चलते रोक दिया गया है. ऐसे में उन्होंने रोडवेज डिपो के मैनेजर के निर्देशानुसार बसों को दौसा में खड़ा करके सवारियों को वहीं छोड़ दिया.
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वहीं, दौसा रोडवेज डिपो के चीफ मैनेजर कैलाश मीणा ने कहा कि पूर्व में भी गुर्जर आंदोलन के दौरान रोडवेज को काफी नुकसान हुआ था. जिसके चलते डिपो ने भरतपुर में गोवर्धन जी जाने वाली बसों को पहले ही रोक लिया गया है. लेकिन, उसके अलावा बाकी रूटों पर सामान्य तौर पर बसें संचालित हो रहेंगी.