दौसा. प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर बड़े ही तेजी से फैल रही है. जिसको देखते हुए सोमवार पूरे राजस्थान में लॉक डाउन लगा दिया गया है. आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाओं को पूरी तरह बंद कर दिया गया है, जिसके चलते अब दौसा पुलिस और सख्त होती जा नजर आ रही है.
जहां सोमवार को ETV भारत ने दौसा पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि जिले की सीमा पूरी तरह लॉक कर दी गई है. अब जिले के बाहर ना तो कोई जा सकता है और ना ही कोई अंदर आ सकता है, वहीं बिना वजह घूमने वाले लोगों को बख्शा नहीं जा रहा है. लोगों के वाहन सीज किए जा रहे हैं, चालान बनाए जा रहे हैं.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 11:00 बजे से पहले यदि आवश्यक कार्यों से भी जाना है, तो पैदल जाकर अपना आवश्यक कार्य करें, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ते हुए कोरोना को रोकने के लिए दौसा पुलिस ने मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी अभियान शुरू किया है. एसपी अनिल बेनीवाल ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना के चेन को रोकना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में अब ग्रामीण क्षेत्र के प्रमुख लोगों और सीएलजी सदस्यों और वहां की पुलिस को इसका जिम्मा दिया गया है कि लोगों के सहयोग से ही इस कोरोना महामारी को फैलने से रोका जा सकता है.
उन्होंने आम लोगों को संदेश भी दिया कि पुलिस की सख्ती करने से ही कोरना को रोका नहीं जा सकता, जब तक आम लोग खुद यह जिम्मेदारी लेकर इसको रोकने का प्रयास नहीं करें. इस दौरान शादी समारोह और किसी भी तरह का कोई धार्मिक आयोजन कर 11 लोगों से अधिक व्यक्तियों को इकट्ठा किया जाता है, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
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ऐसे में लॉक डाउन की पालना करवाने के लिए अब पुलिस प्रशासन पूरी तरह सख्त होता नजर आ रहा है, जिसके चलते एसपी अनिल बेनीवाल ने सख्त लहजे में कहा कि यदि शादी समारोह में टेंट या किसी तरह के बैंड बाजे का उपयोग किया जाता है, तो मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए सिर्फ पुलिस के सहारे काम नहीं होगा, आम लोगों को भी आगे आकर जिम्मेदारी लेनी होगी.