दौसा. जिले की महुवा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक राजेंद्र मीणा गुरुवार को कस्बे में आयोजित एक सामाजिक आयोजन में शरीक हुए. इस दौरान कस्बे वासियों ने उनका स्वागत किया. भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधायक को 80 किलो नकदी राशि (सिक्कों) से तोला. वहीं, विधायक राजेंद्र मीणा ने मीडिया से बात करते हुए विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए पांच प्रमुख मुद्दों को लेकर क्षेत्र के विकास की बात कही.
उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के पांच बड़े मुद्दों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि मेरे लिए सबसे बड़ा मुद्दा ये है कि महुवा को जिला बनाया जाए. वहीं उन्होंने महुवा में कृषि विश्वविद्यालय खुलवाने की बात भी कही. बता दें कि विधायक के चाचा कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा है. इस बीच उन्होंने महुवा में एडिशनल एसपी ऑफिस भी खुलवाने के प्रयास का जिक्र किया. उन्होंने आगे कहा- विधानसभा क्षेत्र में कई संसाधनों और सुविधाओं की कमियां है, जिन्हें इन पांच सालों में पूरा करूंगा. इस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव पर बात करते हुए कहा कि जिले से भाजपा के चार विधायक जीते हैं. हमारे विकास कार्यों और आमजन की सेवा के दम पर हम दौसा लोकसभा सीट पर फिर से कमल खिलाएंगे. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में डबल इंजन की गाड़ी पूरे देश में काम करेगी.
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पायलट को प्रदेश से बाहर करना चाहते है पूर्व सीएम : कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी सचिन पायलट के बारे में उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाने के पीछे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का हाथ है. पूर्व सीएम ने ये तय कर रखा है कि वो सचिन को राजस्थान में रहने नहीं देंगे. सचिन पायलट की वजह से 2018 में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी थी, लेकिन सचिन को सीएम नहीं बनाया गया. ऐसे में पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने ये तय कर लिया है कि उनके रहते सचिन पायलट राजस्थान की राजनीति नहीं कर सकते. इसलिए उनको छत्तीसगढ़ भेजा गया है.
1989 में किरोड़ी लाल मीणा ने उठाया ईआरसीपी का मुद्दा : पूर्वी राजस्थान में पानी की किल्लत के चलते ईआरसीपी मुद्दा हमेशा से ही चर्चाओं में छाया रहा है. इसे लेकर विधायक राजेंद्र मीणा ने कहा कि कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने 1989 में ईआरसीपी मुद्दे की शुरुआत की थी. उनका सपना है कि पूर्वी राजस्थान के लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी मिले. इसके लिए राजस्थान और मध्यप्रदेश की सरकार में समझौता हो चुका है. 15 से 20 दिन में एमओयू होगा. ऐसे में 5 वर्षों के अंदर चंबल का पानी महुवा विधानसभा सहित पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में पहुंच जाएगा. वहीं, मीडिया से बात करने के बाद विधायक ने क्षेत्र के लोगों की जनसमस्याएं भी सुनी. इस दौरान मौके पर ही उन्होंने संबंधित अधिकारियों से बात कर लोगों की समस्याओं का समाधान किया. इस अवसर पर बड़ी संख्या कस्बेवासी मौजूद रहे.