दौसा. मंगलवार को किसानों का रथ दौसा के सिकराय विधानसभा क्षेत्र में पहुंचा. जहरीला कीटनाशक पदार्थों का उपयोग त्याग कर कम लागत में अधिक उत्पादन करने के लिए किसानों को प्रेरित करने के लिए निकाला गया.
बता दें कि इस किसान रथ के आयोजक भागीरथ सिंह ने बताया कि किसानों को कम लागत में अधिक और शुद्ध उत्पादन की अलख जगाने, राजस्थान के किसानों को जीरो बजटिंग की जागरुकता बढ़ाने की लिए यह रथ निकला है. साथ ही नेचुरल फार्मिग पद्धति अधारित जैविक खेती की अलख किसानों में जगाएगा. पीलीबंगा प्रगतिशील किसान की रथ यात्रा पीलीबंगा से रवाना हो कर सिकराय पहुंची है. इस तरह यह किसानों की रथ यात्रा पूरे प्रदेश में किसानों में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता के लिए प्रदेश के किसानों से मिलेगी. साथ ही उन्हें जैविक खेती के लिए प्रेरित करेगी.
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किसान भागीरथ सिंह ने बताया कि हमारी टीम में जैविक खेती के एक्सपर्ट सहित कई राष्ट्रपति से सम्मानित किसान भी हैं. हम प्रदेश में किसानों को जहरीले कीट नाशक पदार्थों का उपयोग रोकने की जानकारी दे रहे हैं. जैविक खेती और देशी गोवंश खाद तैयार करने के बारे में उन्हें गुर सिखा रहे हैं. उन्हें जैविक खेती के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं. सिंह ने बताया कि वर्तमान में किसान खेत में पैदा हुई खरपतवार को नष्ट करने के लिए रासायनिक पदार्थों का उपयोग करते हैं जो कि खेत में बोई गई फसल के लिए भी नुकसानदायक होता है . ऐसे में किसानों को यह जानकारी दे रहे हैं कि खरपतवार जो खेत में पैदा हो रही है वह नुकसानदायक नहीं है. उसे नष्ट करने के लिए रासायनिक पदार्थों का उपयोग न करें बल्कि उस खरपतवार का दवाइयों के रूप में उपयोग करें.
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वहीं किसानों को बताया जा रहा है कि कौन सी खरपतवार का किस तरह उपयोग किया जा सकता है. जिससे कि उन्हें खरपतवार नष्ट करने के लिए रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग खेत में नहीं करना पड़े. किसान रथ यात्रा की सिकराय में पहुंचने पर मुड़ियाखेड़ा गांव में एक विशाल जिला स्तरीय किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें किसानों को जैविक खेती और जल संरक्षण संबंधित जानकारी दी गयी. सहायक कृषि अधिकारी आशोक कुमार मीणा ने किसानों को कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी दी. इस दौरान जिले के किसानों ने जैविक खेती करने का संकल्प लिया.