भरतपुर. जिले में किसान आंदोलन के 6 माह पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को किसानों ने विरोध दिवस के रूप में काला दिवस मनाया. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जताया. इसके साथ ही किसानों ने मोदी सरकार से तीनों काले कानून वापस लेने की मांग की.
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता हिम्मत सिंह गुर्जर ने केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों और कार्यप्रणाली का विरोध करते हुए केंद्र सरकार से तीनों किसान विरोधी कानून रद्द कराने की मांग की है. नेता हिम्मत सिंह ने कहा कि सरकार किसानों को बदनाम करने की साजिशों के बजाय तीनों किसान विरोधी कृषि कानून वापस ले. साथ ही एमएसपी पर कानून बनाने की योजना बनाए. जिससे किसान भी अपने घर वापस जा सकें.
पढ़ें: RTPCR जांच के नाम पर वसूली करते हुए लैब टेक्नीशियन और दलाल गिरफ्तार
वहीं, बुधवार को काला दिवस के तहत किसानों ने बयाना कस्बा में विरोध प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री के खिलाफ नाराजगी जताई. किसान नेता दीवान सिंह शेरगढ़ ने कहा कि जब तक तीन काले कानून केंद्र सरकार वापस नहीं लेती है और एमएसपी का कानून नहीं बन जाता, तब तक हम घर पर चैन से नहीं बैठेंगे.
साथ ही कहा कि मोदी सरकार से हम आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं. किसान नेता मेजर सरपंच ने कहा कि मोदी सरकार ये समझने का प्रयास करें कि जब कोई किसान संगठन मांग नहीं कर रहा तो जबरन काले कानून क्यों थोप रहे हैं.