मेहंदीपुर बालाजी (दौसा). संकट मोचन हनुमान जी की नगरी मेहंदीपुर बालाजी में शिवालय सावन के चौथे सोमवार को भगवान शिव की जयकारे से गूंज उठे. अल सुबह पांच बजे से शिवालयों में सामाजिक दूरी और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते लोगों ने जलाभिषेक शुरू किया.
बालाजी के प्रमुख शिव मंंदिरों और सात पहाड़ शिव मंदिर पर आंक धतूरे, विल पत्र, डोलची में जल लिए हुए भोलेनाथ के जयकारे लगाते भक्त पूजा और अर्चना के लिए पहुंचे. बता दें कि महिलाओं के साथ पुरुषों ने भी व्रत रखा और महादेव को मनाने के लिए सात पहाड़ शिव मंदिर की ओर कदम बढ़ाया. लोगों ने जलाभिषेक, पंचामृत स्नान, रुद्राभिषेक आदि कर भोलेनाथ को बेलपत्र, भांग, धतूरा, पुष्प और फूल, मिष्ठान्न आदि से पूजन-अर्चन कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की.
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भगवान शिव के प्रिय माह सावन में हर कोई भगवान शिव को खुश कर रहा है. लोक कथाओं के अनुसार सावन महीने में ही समुद्र मंथन हुआ था और प्रत्येक सोमवार को विशेष रत्नों की प्राप्ति हुई थी. आज के दिन पारिजात वृक्ष की उत्पत्ति हुई थी, जो पृथ्वी पर नहीं है. इसलिए आज के दिन बाबा भोले की जल और बेलपत्र से पूजा अर्चना करने पर मनवांछित फल की प्राप्ति होती है. बता दें कि आज शुक्ल सप्तमी भी है और सोमवारी भी जो भक्तों के लिए काफी कल्याणकारी है. आज बाबा भोले की पूजा-अर्चना करने से धन, वैभव, आरोग्यता से लोग परिपूर्ण होते हैं.