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गुजरात के पूर्व राज्यपाल पंडित नवल किशोर शर्मा की पुण्य तिथि पर हुई धर्म सभा

गुजरात के पूर्व राज्यपाल और दौसा की धरती पर जन्मे पंडित नवल किशोर शर्मा की पुण्यतिथि पर धर्म सभा का आयोजन किया गया. वहीं उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई.

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Published : Oct 8, 2019, 3:11 PM IST

Updated : Oct 8, 2019, 3:23 PM IST

दौसा. जिले में जन्मे और गुजरात के पूर्व राज्यपाल रहे पंडित नवल किशोर शर्मा की पुण्यतिथि पर शहर के खादी बाग में धर्म सभा का आयोजन किया गया. उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनके विचारों का स्मरण किया गया. कार्यक्रम के दौरान पंडित शर्मा के भतीजे और आरपीएससी के पूर्व सदस्य विनोद बिहारी शर्मा ने बताया कि वे अपनी सादगी और गांधीवादी आदर्शों पर चलते थे. गांधी जी के आदर्शों को मानते थे. उनका मानना था कि जब भी समस्या या अहंकार हो तो दुनिया के उस आदमी की कल्पना करो जो सबसे अधिक गरीब हो या जो सबसे अधिक बीमार हो या जो सबसे अधिक बुजुर्ग हो.

पंडित नवल किशोर शर्मा को दी श्रद्धांजलि

यह भी पढ़ेंः दिल्ली-मुंबई के बीच अब दोगुनी गति से चल सकेंगी ट्रेनें, कैबिनेट ने प्रस्ताव कर दिया है पास : केंद्रीय मंत्री शेखावत

पंडित जी को खादी से बहुत ज्यादा प्रेम था. खादी के लिए ही उन्होंने अपना जीवन भी समर्पित कर दिया था. उन्होंने कहा कि पंडित नवल किशोर शर्मा का मानना था कि खादी से ही गरीब का उत्थान हो सकता है. इसके माध्यम से रोजगार प्रदान कर गांव की गरीबी का समाधान किया जा सकता है. ग्रामीण क्षेत्र से जो पलायन हो रहा है, उसे ग्रामीण क्षेत्रों में कुटीर उद्योग प्रदान कर रोका जा सकता है.

यही कारण था कि उन्होंने अपने आप से वादा कर ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी मिटाने के लिए लोगों को स्वरोजगार प्रदान किया. खादी के माध्यम से गांव-गांव में उन्होंने उद्योगों को पनपने में सहायता की. उनके इसी काम से प्रदेश एवं देश में उन्हें खादी के रूप में भी जाना जाता है. आज भी लोग उन्हें याद करते हैं. वे आज भी हर गरीब के दिल में बसते हैं.

दौसा. जिले में जन्मे और गुजरात के पूर्व राज्यपाल रहे पंडित नवल किशोर शर्मा की पुण्यतिथि पर शहर के खादी बाग में धर्म सभा का आयोजन किया गया. उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनके विचारों का स्मरण किया गया. कार्यक्रम के दौरान पंडित शर्मा के भतीजे और आरपीएससी के पूर्व सदस्य विनोद बिहारी शर्मा ने बताया कि वे अपनी सादगी और गांधीवादी आदर्शों पर चलते थे. गांधी जी के आदर्शों को मानते थे. उनका मानना था कि जब भी समस्या या अहंकार हो तो दुनिया के उस आदमी की कल्पना करो जो सबसे अधिक गरीब हो या जो सबसे अधिक बीमार हो या जो सबसे अधिक बुजुर्ग हो.

पंडित नवल किशोर शर्मा को दी श्रद्धांजलि

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पंडित जी को खादी से बहुत ज्यादा प्रेम था. खादी के लिए ही उन्होंने अपना जीवन भी समर्पित कर दिया था. उन्होंने कहा कि पंडित नवल किशोर शर्मा का मानना था कि खादी से ही गरीब का उत्थान हो सकता है. इसके माध्यम से रोजगार प्रदान कर गांव की गरीबी का समाधान किया जा सकता है. ग्रामीण क्षेत्र से जो पलायन हो रहा है, उसे ग्रामीण क्षेत्रों में कुटीर उद्योग प्रदान कर रोका जा सकता है.

यही कारण था कि उन्होंने अपने आप से वादा कर ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी मिटाने के लिए लोगों को स्वरोजगार प्रदान किया. खादी के माध्यम से गांव-गांव में उन्होंने उद्योगों को पनपने में सहायता की. उनके इसी काम से प्रदेश एवं देश में उन्हें खादी के रूप में भी जाना जाता है. आज भी लोग उन्हें याद करते हैं. वे आज भी हर गरीब के दिल में बसते हैं.

Intro:गुजरात के पूर्व राज्यपाल दौसा के लाल दौसा की धरती पर जन्मे दौसा में पले बढ़े पंडित नवल किशोर शर्मा की पुण्यतिथि पर मंगलवार को शहर के खाद विभाग में धर्म सभा कर पुष्पांजलि दी गई।


Body: दौसा में जन्मे दौसा की धरती पर पले बढ़े गुजरात के पूर्व राज्यपाल पंडित नवल किशोर शर्मा की पुण्यतिथि पर शहर के खादी बाग में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर धर्म सभा का आयोजन कर उनके आदर्शों उनके विचारों को स्मरण किया गया । इस दौरान आरपीएससी के पूर्व सदस्य पंडित जी के भतीजे विनोद बिहारी शर्मा ने बताया कि उनके बारे में जितनी बात की जाए उतनी कम है । वो अपनी सादगी और गांधीवादी आदर्शों पर चलते थे । व गांधी जी के आदर्शों को मानते थे । उनका मानना था कि जब भी समस्या या अहंकार हो तो दुनिया की उस आदमी की कल्पना करो जो सबसे अधिक गरीब हो जो सबसे अधिक बीमार हो या जो सबसे अधिक बुजुर्ग हो और इसीलिए उनका खादी से बहुत ज्यादा प्रेम था । खादी उनका जीवन था खादी को से उनको बहुत अधिक लगाव था । खादी के लिए ही उन्होंने अपना जीवन समर्पित किया था । पंडित नवल किशोर शर्मा का मानना था कि खादी से ही गरीब का उत्थान हो सकता है । खादी के माध्यम से रोजगार प्रदान करके गांव की गरीबी का समाधान किया जा सकता है । ग्रामीण क्षेत्र से जो पलायन हो रहा है उसको ग्रामीण क्षेत्रों में कुटीर उद्योग प्रदान करके रोका जा सकता है । और इसीलिए उन्होंने अपने आप से वादा कर ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी मिटाने के लिए लोगों को स्वरोजगार प्रदान किया । खादी के माध्यम से गांव-गांव उन्होंने उद्योग को पनपाया ।। इसीलिए प्रदेश एवं देश में पंडित नवल किशोर शर्मा को खादी के रूप में भी जाना जाता है । आज लोग उन्हें याद करते हैं । वो हर गरीब के दिल में बसते हैं जिसको उन्होंने खादी के माध्यम से समर्थ बनाया वो लोग आज ही पंडित नवल किशोर शर्मा को याद करते हैं ।

बाइट विनोद बिहारी शर्मा पूर्व सदस्य आरपीएससी


Conclusion:
Last Updated : Oct 8, 2019, 3:23 PM IST
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