दौसा. पंचायत पुनर्गठन को लेकर प्रशासन की ओर से 30 अगस्त से लेकर 4 सितंबर तक पंचायतों को आपत्ति दर्ज कराने के लिए समय दिया गया है. जिसके चलते शुक्रवार को जिला कलेक्टर सभागार में विवादित ग्राम पंचायत के लोगों को ब्लॉक और आपत्ति दर्ज करवाने के लिए आमंत्रित किया गया है.
शुक्रवार को जिला कलेक्टर के समक्ष पंचायत पुनर्गठन में आपत्ति दर्ज कराने को लेकर एक नया और रोचक मामला निकल कर सामने आया है. दौसा जिला मुख्यालय के सबसे करीब जिला कलेक्ट्रेट से महज एक किलोमीटर की दूरी पर और पंचायत समिति से महज तीन किलोमीटर के दूरी पर स्थित गणेशपुरा ग्राम पंचायत को प्रशासन ने नवगठित ग्राम पंचायत समितियों के सर्जन में गणेशपुरा को लवाण पंचायत समिति में जोड़ दिया गया है.
जिसको लेकर गणेशपुरा ग्राम पंचायत सरपंच किरण डोरिया का कहना है कि ऐसे हालात में आमजन आए दिन ग्राम पंचायत और पंचायत समिति के चक्कर लगाते रहते हैं. गणेशपुरा ग्राम पंचायत के लोगों को यदि पंचायत समिति में जाना पड़ता है तो वह 30 किलोमीटर दूर कैसे जाएंगे. अब तक जो महज तीन किलोमीटर दूर आते थे. अब उनको 30 किलोमीटर दूर जाना पड़ेगा.
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राजनीतिक या प्रशासनिक झोल के चलते ऐसा किया गया है, लेकिन प्रशासन पुनर्गठन में प्रशासनिक कार्यों में भी बड़ा सोचनीय पहलू है. जो ग्राम पंचायत में तीन किलोमीटर दूरी पर स्थित पंचायत समिति में अपना कार्य पूरा कर लेते थे. अब उन्हे किसी कार्य के लिए 30 किलोमीटर दूरी पर जाना पड़ेगा. जिससे आमलोगो को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.