दौसा. 27 मार्च को अहमदाबाद से लौटे सिकंदरा थाना इलाके के कैलाई निवासी बिरजू महावर को चिकित्सा विभाग ने होम आइसोलेट कर रखा था. लेकिन सोमवार देर रात बिरजू ने अचानक घर के ही कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. जिससे चिकित्सा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शव को मेडिकल टीम की सहायता से राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरा की मोर्चरी में रखवाया. सुबह शव को जिला अस्पताल रवाना किया. जहां पर शव को कोरोना संदिग्ध मानते हुए उसका सैंपल लेकर जांच के लिए जयपुर भिजवा दिया गया.
सिकंदरा थाने के एएसआई मिश्री लाल ने बताया कि देर रात को कैलाई गांव में बिरजू पुत्र परसराम कोली ने घर के कमरे में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली. सूचना के बाद मौके पर पहुंचे तो शव को पहले ही परिजनों ने फंदे से उतार लिया था. इसके बाद पुलिस ने मेडिकल टीम को इसकी सूचना दी, लेकिन मौके पर पहुंचे एंबुलेंस कर्मियों ने कोरोना संदिग्ध होने के कारण शव को एंबुलेंस में रखने से मना कर दिया.
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आधी रात को उच्चाधिकारियों से वार्ता के बाद जिला मुख्यालय से एंबुलेंस कर्मियों की टीम पहुंची. जिसने शव को एंबुलेंस की सहायता से सिकंदरा सीएचसी की मोर्चरी में रखवाया. थाना प्रभारी ने बताया कि युवक 27 मार्च को अहमदाबाद से गांव लौटा था. अहमदाबाद में मजदूरी का कार्य करता था. गांव में कोरोना मॉनिटरिंग टीम ने उसे होम आइसोलेशन में रखा हुआ था. अभी तक मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हो पाई है. जिला अस्पताल में युवक के शव से कोरोना जांच के सैंपल भिजवा दिए गए हैं. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.