दौसा. जिले के भोजवाड़ा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में विद्यालय प्रशासन ने अपने मिलीभगत के चलते विद्यालय के नलकूप का पाइप ही पड़ोसी को हैंड ओवर कर दिया. बिजली के एक्यूमेंट, मोटर चलाने के स्टार्टर भी पड़ोसी के घर ही रख दिए. जिसके चलते पड़ोसी जब चाहे मोटर चला कर अपने घर की टंकी को भर लेता है. लेकिन विद्यालय की टंकी लंबे समय से सूखी पड़ी है. छात्रों को पीने के लिए एक बूंद पानी नसीब नहीं होता. ऐसे में पानी के लिए छात्र इधर उधर भटकते नजर आते हैं.
इसे विद्यालय प्रशासन की लापरवाही कहें या सांठगांठ कि विद्यालय के नलकूप से पड़ोसी तो पानी से तरबतर हो रहे हैं. लेकिन विद्यालय के बालक ही पानी के लिए प्यासे से घूम रहे हैं. विद्यालय के नलकूप पर अतिक्रमण कर पड़ोसियों के बनाई गई पानी की टंकी तो हमेशा पानी से फुल रहती है लेकिन विद्यालय की टंकी लंबे समय से सूखी पड़ी है विद्यालय के बालक पानी पीने के लिए इधर-उधर चक्कर लगाते हैं.
यह भी पढ़े: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर सुनिए श्याम रंगीला की शानदार मिमिक्री, PM के अंदाज में बोला उन्हीं पर हमला
विद्यालय प्रशासन की सांठगांठ से बच्चों को और स्टाफ को पानी के लिए प्यासा रख कर भी हजारों रुपए महीने के बिल का भुगतान कर रहा है. विद्यालय प्रशासन को हर माह हजारों रुपए के विद्युत बिल का भी चूना लगाया जा रहा है. ग्रामीणों के अनुसार विद्यालय प्रशासन के आशीर्वाद के चलते ऐसा हो रहा हैं, गौरतलब है कि राज्य सरकार ने विद्यालय के छात्रों को पेयजल व्यवस्था के लिए लाखों रुपए खर्च कर नलकूप और पानी की टंकी का निर्माण कराया था.
यह भी पढ़े: लगातार 10वें दिन बढ़े दाम: पेट्रोल 36 और डीजल 35 पैसे महंगा, जानें नई दरें...
फिर भी विद्यालय के छात्रों को पानी के लिए मजबूरन विद्यालय की चारदीवारी से बाहर भटकना पड़ रहा है. मामले में पीईईओ भोजराज मीणा का कहना है की मेरे संज्ञान में यह मामला आया है पड़ोसी के यहां मोटर का स्टार्टर रखा है ताकि पड़ोसी मोटर चला कर विद्यालय का पानी भर दे लेकिन जैसा कि देखने में आया है कि वहां टंकी में पानी है ही नहीं यह बड़े दुख की बात है. मैंने सीधे हिदायत दे दी है की विद्यालय का पानी विद्यालय में ही रहे वह तथ्यात्मक रिपोर्ट लेकर संस्था प्रधान पर कार्रवाई की जाएगी.