दौसा. जिले के बांदीकुई में राशि डबल करने का झांसा देकर आर्मी जवान से 26.50 लाख से अधिक की ठगी करने का मामला सामने आया है. पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज करवाया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
दौसा साइबर क्राइम थाना प्रभारी सोहनलाल ने बताया कि बांदीकुई उपखंड निवासी संजय सिंह पिलवाल पुत्र बाबूलाल पिलवाल अरुणाचल प्रदेश में भारतीय आर्मी में तैनात हैं. उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि साइबर ठगों ने उसे पहले एक टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा फिर उसके बाद एक कॉल आया जिस पर रजिस्ट्रेशन करने पर पैसे दोगुने होने का लालच दिया गया. पीड़ित ने 25 अक्टूबर 2023 को सबसे पहले 10,000 रुपए की पहली किस्त ट्रांसफर की थी. साइबर ठगों ने संजय को विश्वास में लाने के लिए कुछ देर बाद ही उसके खाते में 14,182 रुपए डाल दिए.
विश्वास में लेने के लिए पहले लौटाए पैसे : इस पर पीड़ित ने दोबारा करीब 20 हजार की राशि ट्रांसफर की. इस बार भी उन्होंने कुछ देर में ही 24,950 रुपए खाते में भेज दिए. इस तरह पीड़ित संजय साइबर ठगों के झांसे में आ गया. पीड़ित ने लालच में आकर 25 अक्टूबर को ही करीब 30 हजार की राशि ट्रांसफर की. कुछ देर बाद वो बढ़कर 42 हजार के आसपास हो गए.
खाते में रुपए नहीं आए तो सिस्टम में बताई खामी : थाना प्रभारी ने बताया कि आर्मी जवान ने 27 अक्तूबर को फिर से 10 हजार की राशि ठगों के बताए हुए अकाउंट में ट्रांसफर कर दी, लेकिन इस बार पैसे खाते में वापस नहीं आए. जब उसने संपर्क किया तो ठगों ने सिस्टम में कुछ खामी होने की वजह बताई, साथ ही उन्हें पैसे डालते रहने को कहा. जवान भी लगातार ठगों के बताए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करता रहा. इस तरह उसने करीब 20 बार अलग-अलग तारीख को साइबर ठगों के बताए हुए खाते में रुपए ट्रांसफर कर दिए, लेकिन इस बार राशि वापस नहीं आई.
रुपए लौटाने की लगाई गुहार : जवान संजय सिंह ने कंपनी के अधिकारियों से पैसे वापस भेजने के लिए कई बार कहा तो हर बार साइबर ठग उन्हें अलग-अलग बैंकों के खातों में पैसे डलवाने की बात करते रहे. पीड़ित भी उनके बिछाए जाल में फंसता चला गया. उसने कुल 26 लाख 60 हजार 338 रुपए खाते में ट्रांसफर कर दिए. नवंबर माह में पीड़ित से ठगों ने 17 लाख रुपए की मांग की. जब उसने मना किया तो उन्होंने धमकी दी, तब जाकर पीड़ित ने 9 दिसंबर को थाने में मामला दर्ज करवाया.
पुलिस की अपील : थाना प्रभारी सोहनलाल ने भी साइबर ठगों से लोगों को सावधान रहने की सलाह दी. साथ ही कहा कि अपने मोबाइल का ओटीपी किसी के साथ शेयर न करें. इस तरह के फ्रॉड के झांसे में न आएं. उन्होंने बताया कि, पीड़ित की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है. आरोपियों की जानकारी जुटाई जा रही है.