दौसा. जिले के लालसोट कस्बे में पुराने भोमिया जी मंदिर के रास्ते को लेकर दो समुदायों के युवाओं के बीच हुई कहासुनी ने बड़ा रूप ले लिया है. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच चली वार्ता के बाद दोनों पक्षों के प्रतिनिधि और पुलिस मौके पर स्थिति का जायजा लेने पहुंची.
इस दौरान एक समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया. जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया. मौके पर मौजूद पुलिस थाना प्रभारी राजवीर सिंह ने पुलिस जाब्ते के साथ पथराव करने वाले युवाओं को खदेड़ा.
ये है मामला
मामला लालसोट उपखंड मुख्यालय के कोथून रोड पर भोमिया जी मंदिर पर शुक्रवार की रात्रि को पूजा अर्चना कर रहे लोगों को कुछ युवाओं की ओर से आकर गाली-गलौज कर धमकी दिया गया था. इसके बाद शनिवार को पुलिस की ओर से दोनों पक्षों के साथ वार्ता कर दोनों पक्षों को ही मौका स्थिति के लिए भेजा गया.
इस दौरान कुछ युवाओं ने पथराव करने से मामला तनावपूर्ण हो गया. मौके पर गए दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों में भी खलबली मच गई. लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पथराव कर रहे युवाओं को खदेड़ा. इस दौरान कस्बे में तनावपूर्ण माहौल बन गया. पथराव के मामले को लेकर एक पक्ष के लोग पुलिस थाने के बाहर धरने पर बैठ गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए हैं.
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह लालसोट घटना स्थल पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया. इसके बाद पुलिस थाने पर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने दोनों पक्षों की बैठक ली. बैठक में दोनों पक्षों भोमिया मंदिर के रास्ते में दोनों तरफ लोहे के जाल लगाकर रिवाल्विंग गेट लगाए जाने पर सहमति बनी.
जिसपर उपखंड अधिकारी गोपाल जांगिड़ ने रविवार को नगर पालिका की ओर से रास्ते के दोनों ओर जाल लगाकर रिवाल्विंग गेट लगाए जाने का आश्वासन दिया. तब जाकर मामला शांत हुआ. इस दौरान पुलिस थाने के बाहर लोग आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर धरने पर बैठे रहे.
पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार के की ओर से इस मामले में दोषी लोगों की शीघ्र गिरफ्तारी किए जाने के आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया. पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया कि भोमिया जी मंदिर और कब्रिस्तान के बीच रास्ते का विवाद था. जिसको लेकर कोई छोटा-मोटा विवाद हो गया था. कुछ असामाजिक तत्वों की ओर से दोनों पक्षों के निरीक्षण के दौरान पथराव किया गया था.