दौसा. पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मोबाइल टावरों से बैटरी चोरी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया. दौसा एसपी अनिल बेनीवाल ने प्रेस वार्ता कर पूरे मामले का खुलासा किया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. एसपी ने बताया कि आरोपियों ने अब तक 170 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया है, राजस्थान और मध्य प्रदेश में मोबाइल टावरों से बैटरी चुराने वाले एक गिरोह का शनिवार को दौसा पुलिस ने खुलासा किया है.
दौसा पुलिस को सूचना मिली कि बिशनपुरा गांव के समीप एक कार में कुछ लोग चोरी की वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं. जब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची व आरोपियों से गहन पूछताछ की गई पूछताछ में आरोपियों ने मोबाइल टावर से बैटरी चोरी करने की वारदातों को कबूला. इस दौरान पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अवैध पिस्टल, मोबाइल टावरों से चुराई गई बैटरी, अन्य चोरी करने के उपकरण आदि बरामद किए. इसके बाद पुलिस ने मध्यप्रदेश के मुरैना निवासी अंबेडकर जाटव और बालकिशन जाटव को गिरफ्तार किया. साथ ही करौली के सिकंदरपुर निवासी चेतन उर्फ लाला स्वामी, सवाई माधोपुर के गंगापुर सिटी निवासी दीपक गुर्जर और अशोक बंजारा को भी गिरफ्तार किया गया. मोबाइल बैटरी चुराने के इस गिरोह का मुखिया अंबेडकर और चेतन उर्फ लाला स्वामी था.
दौसा एसपी ने बताया कि आरोपी जयपुर में किराए के कमरे पर रहते थे और दौसा, करौली, सवाई माधोपुर, भरतपुर, धौलपुर, टोंक, जयपुर व मध्यप्रदेश के क्षेत्र में मोबाइल टावरों की रेकी करते थे और उसके बाद चोरी की वारदात को अंजाम देकर वापस जयपुर पहुंच जाते थे. आरोपी चुराई हुई संपत्ति को बेच देते थे. कई बार आरोपी चोरी की बैटरी को बेचने के लिए दिल्ली तक भी जाते थे.
वर्तमान में पुलिस ने आरोपियों से 20 वारदातों में चुराया हुआ सामान बरामद कर लिया है. वहीं आरोपियों ने 150 अन्य वारदातों को भी कबूला है. इन मामलों में भी पुलिस चुराए गए सामान और खरीदारों का पता लगाने के लिए पूछताछ कर रही है. दौसा एसपी अनिल बेनीवाल ने बताया कि गिरफ्तार हुआ आरोपी चेतन स्वामी के खिलाफ 18 मुकदमे, अंबेडकर जाटव के खिलाफ पांच मुकदमे व दीपक गुर्जर के खिलाफ भी अनेक मुकदमें दर्ज हैं. इस गैंग का पर्दाफाश करने में जिले के पांच थाना अधिकारी, एक डीएसटी, एक पुलिस उपाधीक्षक और साइबर सेल की टीमों का योगदान रहा है.
मोबाइल टावरों से बैटरी चुराने वाली यह गैंग पिछले 5 वर्षों से सक्रिय थी. इस गैंग से पहले सवाई माधोपुर के गंगापुर सिटी के रहने वाले सल्लू खान और राजू खान इस गैंग को चलाते थे, लेकिन दोनों की एक्सीडेंट में मौत होने के बाद अंबेडकर और चेतन स्वामी इस गैंग को चलाते हैं. फिलहाल पुलिस आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड की मांग करेगी.