सादुलपुर (चूरू). जिले के हमीरवास थाना क्षेत्र के गांव नेशल छोटी में शराब तस्करी की आपसी रंजिश और गैंगवार के चलते एक युवक की लोहे की रॉड और सरियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. घटना से पहले वाहनों में सवार लोगों ने युवक के साथ मारपीट की और युवक को जीप में डालकर अपहरण कर ले गए. बाद में हत्या कर शव गांव के नजदीक फेंककर फरार हो गए.
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को मोर्चरी रूम में रखवाकर फरार आरोपियों की तलाश शुरू की. पुलिस ने नाकाबंदी भी करवाई, लेकिन आरोपियों को पकड़ने में सफलता नहीं मिली. वहीं हमीरवास थानाधिकारी तेजवंत सिंह ने बताया कि गांव नेशल छोटी निवासी देवेन्द्र कुमार ने मामला दर्ज करवाकर बताया कि 2 अप्रैल की रात को साढ़े नौ बजे लगभग उसके चचेरे भाई नरेश उर्फ झिंडा के साथ वह घर के आगे खड़े थे. तभी एक पिकअप जीप और एक कैंपर जीप में सवार होकर आए. सभी के हाथों में लोहे की रॉड और सरिए थे.
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सभी लोगों ने नरेश के साथ मारपीट शुरू कर दी. इस दौरान उसने बीच बचाव का प्रयास किया, लेकिन आरोपी नरेश को गाड़ी में डालकर फरार हो गए. घटना के बाद परिवार के लोगों ने नरेश की तलाश की. रात को साढ़े 11 बजे के लगभग आरोपियों ने नरेश की हत्या कर ब्राह्मणों के बास के पास शव को फेंककर फरार हो गए. परिजनों ने आरोप लगाया कि घटना के बाद आरोपियों ने फोन पर भी घटना की सूचना दी थी.
दूसरे दिन हुआ शव का पोस्टमार्टम
वहीं शनिवार को पीड़ित परिवार की मांग के बाद मृतक का पोस्टमार्टम करवा कर शव उसके परिजनों को सौंप दिया है. इस संबंध में डीएसपी ने बताया कि मामले में पीड़ित परिवार ने हमीरवास थाना अधिकारी तेजवंत सिंह से जांच नहीं करवाने की मांग की थी. जिस पर पुलिस प्रशासन ने किसी अन्य अधिकारी से निष्पक्ष जांच करवाने का आश्वासन दिया तो पीड़ित परिवार पोस्टमार्टम करवाने के लिए राजी हो गए.
पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवा कर शव उसके परिजनों को सौंप दिया है. वहीं मृतक परिवार सदस्य और मृतक के भाई रमेश ने हमीरवास थाना अधिकारी पर दर्ज मामले में नामजद आरोपियों से मिलीभगत करने का आरोप लगाया है. वहीं ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है.