चूरू. नगर परिषद के वार्ड संख्या 19 के मतदान केंद्र पर केंद्रीय विद्यालय में एक ईवीएम गिराने को लेकर विवाद हो गया. जहां भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने इस मामले में फर्जी वोटिंग का आरोप लगाकर एक दूसरे को दोषी ठहराया है. वहीं विवाद की सूचना पर जिला कलेक्टर भी मौके पर पहुंच गए.
विवाद की सूचना पर मौके पर पहुंचे जिला कलेक्टर ने कहा है कि एक व्यक्ति शराब के नशे में था. जिसके कारण मशीन गिर गई. पूरे घटनाक्रम में मशीन का बटन लूज हुआ है. जिसको ठीक करवाया जा रहा है.
आधा घंटा रुका मतदान
इस दौरान करीब आधा घंटे के लिए मतदान रुक गया. इसी दौरान विद्यालय के बाहर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और कांग्रेस के पूर्व विधायक मकबूल मंडेलिया भी अपने समर्थकों के साथ बैठे रहे. दोनों ही नेताओं ने इस मामले में एक दूसरे पर आरोप लगाए है. सूचना पर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम पहुंची और इस दौरान विद्यालय में पुलिस जाब्ता तैनात रहा. करीब आधा घंटे बाद फिर से मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई.
राठौड़ ने कहा- मैंने निकाला मंडेलिया को बाहर
इस मामले में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का कहना है कि पूर्व विधायक मकबूल मंडेलिया बेवजह मतदान केंद्र में घूम रहे थे. इसका लोगों ने विरोध किया. उन्होंने खुद जाकर मंडेलिया को मतदान केंद्र के बाहर निकाला. राठौड़ ने पुलिस प्रशासन पर भी आरोप लगाए है कि पुलिस प्रशासन जान बूझकर कांग्रेस के पक्ष में काम कर रहा है.
पढ़ें: पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास समेत कई राजनेताओं ने किया मतदान
भाजपा पर फर्जी मतदान का आरोप
कांग्रेस के पूर्व विधायक मकबूल मंडेलिया ने इस मतदान केंद्र पर भाजपा पर फर्जी तरीके से प्रदान करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा बीजेपी के कार्यकर्ताओं की ओर से ईवीएम मशीनें तोड़ी गई है. फिलहाल पूरे मामले में जिला कलेक्टर संदेश नायक का कहना है कि मतदान केंद्र पर एक व्यक्ति शराब के नशे में था. इसी वजह से मशीन नीचे गिर गई. मशीन टूटी नहीं है केवल एक बटन उसका लूज़ हुआ. जिसके बाद ही दूसरी मशीन रिप्लेस कर दी गई. जिस व्यक्ति ने शराब पीकर यह काम किया उसके खिलाफ मतदान पूर्ण होने के बाद में एफआईआर दर्ज की जाएगी. पुलिस ने आरोपी को अभी हिरासत में ले लिया है.