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बेटियों की शादी में ग्रामीणों ने मिलकर भरा मायरा, किन्नर समाज ने भी दिया योगदान

चूरू के गांव चंगाई मिखाला में चल रहे सद्भावना मंच ने गांव की विधवा महिला शारदा वाल्मीकि की 2 बेटियों की शादी में पूरे गांव के साथ मिलकर मायरा भरा. साथ ही 1 लाख 11 हजार नगद और दूसरा सामान भी भेंट किया.

ग्रामीणों ने मिलकर भरा मायरा, villagers donated money
ग्रामीणों ने मिलकर भरा मायरा
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Published : Feb 9, 2020, 1:26 PM IST

Updated : Feb 9, 2020, 2:28 PM IST

तारानगर (चूरू). गांव चंगोई मिखाला में सद्भावना मंच के तत्वाधान में गांव की विधवा महिला शारदा वाल्मीकि की दो बेटियों की शादी में पूरे गांव ने मिलकर मायरा भर शानदार मिसाल पेश की. पूरे गांव ने मंच के साथ मिलकर 1 लाख 11 हजार नगद, 300 साड़ी-सूट, आभूषण और बर्तन भेंट किए. वहीं किन्नर समाज की दो बहनों ने भी 51 हजार रुपए नगद, 2 जोड़ी पाजेब, एक सोने की नथ और 11 साड़ियां भेंट कर सराहनीय कार्य किया.

ग्रामीणों ने मिलकर भरा मायरा

वहीं मायरा भरने से पहले सद्भावना मंच ने गांव की दोनों बेटियों को घोड़ी पर बैठा कर, बंदोरी निकाली. साथ ही परंपरा के मुताबिक सभी ग्रामीणों ने भात भरने से पहले, बहन के मुख्य दरवाजे पर तिलक लगाकर घर के अंदर प्रवेश किया. इस अवसर पर मंच की तरफ से घोषणा की गई, कि गांव के विकास कार्य, शैक्षणिक उत्थान, युवा जागृति और वृक्षारोपण के लिए लगातार प्रयत्न करेंगे. साथ ही जाति प्रथा के विरुद्ध आवाज उठाएंगे.

पढ़ें: राष्ट्रीय जनगणना 2021 : जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से हो सकती है शुरुआत

जाति प्रथा और भेदभाव के विरुद्ध संदेश देने के उद्देश्य से सद्भावना मंच के सदस्यों ने वाल्मीकि समाज के घर भोजन कर, छुआछूत से दूर रहने का संदेश दिया. इस अवसर पर करीब 700 महिला और पुरुषों ने भाग लिया. मंच के सदस्य पूर्णमल ने बताया, कि हमारा मुख्य उद्देश्य गांव का पूर्ण रूप से विकास करना है. .

तारानगर (चूरू). गांव चंगोई मिखाला में सद्भावना मंच के तत्वाधान में गांव की विधवा महिला शारदा वाल्मीकि की दो बेटियों की शादी में पूरे गांव ने मिलकर मायरा भर शानदार मिसाल पेश की. पूरे गांव ने मंच के साथ मिलकर 1 लाख 11 हजार नगद, 300 साड़ी-सूट, आभूषण और बर्तन भेंट किए. वहीं किन्नर समाज की दो बहनों ने भी 51 हजार रुपए नगद, 2 जोड़ी पाजेब, एक सोने की नथ और 11 साड़ियां भेंट कर सराहनीय कार्य किया.

ग्रामीणों ने मिलकर भरा मायरा

वहीं मायरा भरने से पहले सद्भावना मंच ने गांव की दोनों बेटियों को घोड़ी पर बैठा कर, बंदोरी निकाली. साथ ही परंपरा के मुताबिक सभी ग्रामीणों ने भात भरने से पहले, बहन के मुख्य दरवाजे पर तिलक लगाकर घर के अंदर प्रवेश किया. इस अवसर पर मंच की तरफ से घोषणा की गई, कि गांव के विकास कार्य, शैक्षणिक उत्थान, युवा जागृति और वृक्षारोपण के लिए लगातार प्रयत्न करेंगे. साथ ही जाति प्रथा के विरुद्ध आवाज उठाएंगे.

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जाति प्रथा और भेदभाव के विरुद्ध संदेश देने के उद्देश्य से सद्भावना मंच के सदस्यों ने वाल्मीकि समाज के घर भोजन कर, छुआछूत से दूर रहने का संदेश दिया. इस अवसर पर करीब 700 महिला और पुरुषों ने भाग लिया. मंच के सदस्य पूर्णमल ने बताया, कि हमारा मुख्य उद्देश्य गांव का पूर्ण रूप से विकास करना है. .

Intro:तारानगर चूरू

चन्गोई गांव में मायरा रहा चर्चा का विषय सद्भावना मंच चन्गोई गरीबी गरीब महिला के घर भरा मायरा
सदभावना मंच की पहल पर पूरा गांव पहुंचा मायरा लेकर
घोड़ी पर बिठाकर निकाली बंदोरी

Body:गांव चंगाई मिखाला में सद्भावना मंच चन्गोई के तत्वाधान में गांव की विधवा बहिन शारदा वाल्मीकि कि दो बेटियों की शादी में पूरे गांव ने मिलकर मायरा भर शानदार मिशाल पेश की
सद्भावना मंच के सदस्यों ने मिलकर गरीब विधवा बहन की बेटियों का मायरा भरने की योजना बना गांव के मुख्य लोगों से वार्ता की जिस की पूरे गांव में सराहना हुई और पूरा गांव मंच के साथ तैयार हो गया मायरा भरने से पहले सद्भावना मंच ने गांव की दोनों बेटियों को घोड़ी पर बैठा कर बंदोरी निकाली और परंपरा अनुसार सभी ग्रामीणों ने भातभरने से पहले बहन के मुख्य दरवाजे पर तिलक लगाकर घर के अंदर प्रवेश किया ग्रामीणों ने मायरे में एक लाख ₹11000 नगद 300 साड़ी सूट आभूषण व बर्तन भेंट कीये वही किन्नर समाज की दो बहनों ने भी 51हजार ₹नगद 2 जोड़ी पाजेब एक सोने की नोज पिन व 11 साड़ियां भेंट कर सराहनीय कार्य किया
इस अवसर पर मंच की तरफ से घोषणा की गई कि गांव के विकास कार्य शैक्षणिक उत्थान युवा जागृति वृक्षारोपण जाति प्रथा आदि कुरीतियों के विरुद्ध लगातार मंच प्रयत्न करेगा
जाति प्रथा व भेदभाव के विरुद्ध संदेश देने के उद्देश्य से सद्भावना मंच के सदस्यों ने वाल्मीकि समाज के घर भोजन कर छुआछूत से दूर रहने का संदेश दिया
इस अवसर पर पूरणमल जांगिड़ दीपचंद बलौदा प्रकाश खेरवा बंटी अग्रवाल बनवारी कस्बा विजय बनड़ा मांगू सिंह राजवी प्रमोद सोनगरा अध्यापिका विमला सहित करीब 700 महिला पुरुषों ने कार्यक्रम में भाग लियाConclusion:बाईट 1 सदभावना मंच सदस्य पूर्णमल जांगिड़

बाईट 2 गरीब विधवा महिला शारदा वाल्मीकि

मंच के सदस्य पूर्णमल ने बताया कि गांव के विकास गांव में फैली कुरीतियों भेदभाव वृक्षारोपण आदि जनउपयोगी विषयों को लेकर सद्भावना मंच का निर्माण किया गया हमारा मुख्य उद्देश्य गांव के विकास को लेकर रहेगा वही गांव में किसी गरीब परिवार की सहायता करना उस को आगे बढ़ाना और उसकी परेशानियां कम करने को लेकर मंच कार्य करेगा आज गांव में हो रही गांव की ही एक बहन जो विधवा वह गरीब है उसकी दो बेटियों की शादी मैं सद्भावना मंच के तत्वाधान में पूरे गांव ने मिलकर भात भरा जिसमें एक लाख ₹11000 नगद वह कपड़े आभूषण बर्तन देकर आर्थिक सहयोग किया जाति प्रथा व छुआछूत को मिटाने का संदेश देते हुए सद्भावना मंच के सदस्यों ने वाल्मीकि परिवार के घर खाना खाकर छुआछूत मिटाने का संदेश दिया
Last Updated : Feb 9, 2020, 2:28 PM IST
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