तारानगर (चूरू). गांव चंगोई मिखाला में सद्भावना मंच के तत्वाधान में गांव की विधवा महिला शारदा वाल्मीकि की दो बेटियों की शादी में पूरे गांव ने मिलकर मायरा भर शानदार मिसाल पेश की. पूरे गांव ने मंच के साथ मिलकर 1 लाख 11 हजार नगद, 300 साड़ी-सूट, आभूषण और बर्तन भेंट किए. वहीं किन्नर समाज की दो बहनों ने भी 51 हजार रुपए नगद, 2 जोड़ी पाजेब, एक सोने की नथ और 11 साड़ियां भेंट कर सराहनीय कार्य किया.
वहीं मायरा भरने से पहले सद्भावना मंच ने गांव की दोनों बेटियों को घोड़ी पर बैठा कर, बंदोरी निकाली. साथ ही परंपरा के मुताबिक सभी ग्रामीणों ने भात भरने से पहले, बहन के मुख्य दरवाजे पर तिलक लगाकर घर के अंदर प्रवेश किया. इस अवसर पर मंच की तरफ से घोषणा की गई, कि गांव के विकास कार्य, शैक्षणिक उत्थान, युवा जागृति और वृक्षारोपण के लिए लगातार प्रयत्न करेंगे. साथ ही जाति प्रथा के विरुद्ध आवाज उठाएंगे.
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जाति प्रथा और भेदभाव के विरुद्ध संदेश देने के उद्देश्य से सद्भावना मंच के सदस्यों ने वाल्मीकि समाज के घर भोजन कर, छुआछूत से दूर रहने का संदेश दिया. इस अवसर पर करीब 700 महिला और पुरुषों ने भाग लिया. मंच के सदस्य पूर्णमल ने बताया, कि हमारा मुख्य उद्देश्य गांव का पूर्ण रूप से विकास करना है. .