सादुलपुर (चूरू). थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई आत्महत्या मामले में सीआईडी सीबी की टीम पिछले दो दिन से पुलिस थाने में जांच में जुटी हुई है. सूत्रों के अनुसार टीम ने सभी बिंदुओं को नजर में रखते हुए जांच की और पुलिस जवानों के बयान भी दर्ज किए.
बता दें, कि टीम सोशल मीडिया पर मृतक विश्नोई और अन्य लोगों की व्हाॅट्सएप चैट और मोबाइल काॅल डिटेल आदि की भी जानकारी लेने में जुटी है. टीम में सीआईडी सीबी के एसपी विकास शर्मा और एएसपी जगदीश व्यास शामिल हैं. इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भरतराज भी उपस्थित थे. इसके अलावा एसओजी की टीम भी बुधवार को जांच के लिए सादुलपुर पहुंच गई है. टीम में एसओजी के डीआईजी विष्णुकांत, एएसपी करन शर्मा, डीएसपी मनोज गुप्ता, चिरंजीलाल मीणा और उनकी टीम पहुंची. जिसके बाद आत्महत्या मामले की पुलिस अधिकारियों से जानकारी ली.
डीआईजी ने जवानों का बढ़ाया हौसला
थानाधिकारी विष्णुदत्त विश्नोई आत्महत्या मामले के बाद बुधवार को डा. भूपेन्द्र सिंह डीजी ने वीडियो काॅल के माध्यम से स्थानीय पुलिस जवानों और अधिकारियों का हौसला बढ़ाया. एएसपी भरतराज ने बताया कि डीजी ने वीडियो काॅल करके जवानों का उत्साहवर्धन किया साथ ही जवानों के हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया. उन्होंने पुलिसकर्मियों की समस्याओं का तत्काल निस्तारण करने और थानाधिकारी की आत्महत्या करने के बाद मनोवैज्ञानिक तरीके से दबाव झेल रहे पुलिसकर्मियों से सीधे संवाद कर उत्साहवर्धन किया.
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क्था था गढ़वाल हत्याकांड मामला
दरअसल, सादुलपुर के वार्ड नं 16 सुभाष नगर निवासी मृतक राजेन्द्र गढ़वाल के पुत्र अनिल कुमार ने मामला दर्ज करवाकर बताया कि 22 मई को दोपहर 11.45 पर कपिल कुमार शर्मा और अनिल कुमार हमारे घर के पास वाले रास्ते पर वाहन में शराब भरकर अवैध रूप से शराब बेच रहे थे. जिसका राजेन्द्र और उसके पिता ने विरोध किया. इसी बात लेकर राजेन्द्र के पिता ने कपिल को थप्पड़ मार दिया. उक्त रंजिश को लेकर कपिल और उसका भाई अनिल ने राजेन्द्र पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी. जिसके बाद परिजन राजेन्द्र को अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने राजेन्द्र को मृत घोषित कर दिया.