चुरू. जिले के सरदारशहर में युवाओं ने एक अनोखी पहल की है. यहां युवाओं ने दिवाली के मौके पर बाजार में स्टॉल लगाकर मिट्टी के दीये बांटे. वहीं ऑटो रिक्शा यूनियन और शक्ति मंच के युवाओं ने शहर में करीब सवा दो लाख दीयों का निःशुल्क वितरण किया.
युवाओं का मानना है कि इस पहल से ना सिर्फ कुम्हारों को आर्थिक फायदा होगा. बल्कि चाइनीज लाइटों का इस्तेमाल भी कम होगा. ऐसे में दिवाली पर मिट्टी के दीयों से घर को रोशन करने की परंपरा भी कायम रह सकेगी.
सिर्फ सोशल मीडिया पर नहीं, चाइनीज लाइट्स का धरातल पर भी किया विरोध
आम तौर पर देखा जाता है कि लोग सोशल मीडिया पर तो चाइनीज लाइट्स का विरोध और मिट्टी के दियों का समर्थन करते नजर आते हैं, लेकिन हकीकत में धरातल पर ऐसा नहीं होता है. ऐसे में इन युवाओं का कहना है कि वह चाइनीज लाइट्स का बहिष्कार जमीनी स्तर पर कर रहे हैं. इससे दूसरे लोग भी मोटिवेट होंगे. युवाओं का मानना है कि इससे दीयों की मांग बढ़ेगी. जिससे कुम्हारों को रोजगार भी मिल सकेगा.
बाजार में स्टॉल लगाकर बांट रहे दिए, लोगों के घरों तक भी जाएंगे
यह युवा ना केवल बाजार में स्टॉल लगाकर दिए बांट रहे है बल्कि शहर में कच्ची बस्ती और दूसरे इलाकों में भी घर-घर जाकर दीये बांटेंगे. इन युवाओं ने बताया कि मिट्टी के दीयों में तेल जलने से वातावरण शुद्ध होगा.
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शक्ति मंच से जुड़े कार्यकर्ता समाज के लिए कई तरह के रचनात्मक कार्य करने का काम कर रहे है. शक्ति मंच के कार्यकर्ता मोहम्मद इलियास ने बताया कि वह मुस्लिम समुदाय से होने के बाद भी दीये बांटने के काम मे सहयोग कर रहा हैं. क्योंकि उनके इस प्रयास का मकसद है, कुम्हारों को रोजगार मिले, पर्यावरण संरक्षण हो और देश में पर्व की परंपराएं भी कायम रहे.