चूरू. आगामी 9 फरवरी से विधानसभा का चौथा बजट सत्र शुरू होने जा रहा है. इसे लेकर शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने अपने आवास पर प्रेस वार्ता की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि रीट परीक्षा को लेकर शेखावाटी की बड़ी बदनामी हुई है. यहां पर सबसे ज्यादा कोचिंग गिरोह सक्रिय हैं जिन्होंने नौजवानों को नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपए ऐंठ लिए.
आज प्रदेश का नौजवान सड़क पर हैं. राठौड़ ने आरोप लगाया कि रीट के तहत राजीव गांधी स्टडी सर्किल पैटर्न की कमान खुद सीएम गहलोत ने संभाली थी. मंत्री सुभाष गर्ग को नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया और प्रदीप पाराशर जो कि गैर सरकारी व्यक्ति है उसे कोऑर्डिनेटर बनाया गया. वहीं सह कोऑर्डिनेटर कृपाल मीणा को बनाया गया जिसने रीट का पेपर चुराकर प्रदेश में बांट दिया.
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उन्होंने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में जितनी भी पैटर्न परीक्षाएं हुई हैं वह सारी संदेह के घेरे में है. रीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच सीबीआई से करवाई जाए अन्यथा विधानसभा नहीं चलने देंगे. उन्होंने कहा कि 8 फरवरी को जयपुर में गांधीजी की प्रतिमा के आगे भाजपा विधायक एक दिन का सांकेतिक धरना भी देंगे.
राठौड़ ने चुटकी लेते हुए कहा कि जो सरकार किसानों की हितैषी बन रही है, अब फसली ऋणों के लिए किसानों की जमीन बेचने जा रही है. राठौड़ ने पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंदसिंह डोटासरा पर धांधली का आरोप लगाया और कहा कि इन्होंने शिक्षा विभाग को 'नाथी का बाड़ा' बना दिया. इस मौके पर राठौड़ ने जयपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं पर सरकार के दबाव में बिना कोई एफआईआर के पुलिस कार्रवाई की निंदा कर गहलोत सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए.