चूरू . शराब पीकर रोडवेज बस चलाने वाले चालकों पर लगाम कसने के लिए रोडवेज प्रशासन ने नई गाइड लाइन जारी की है. अब ड्राइवर के शराब पीकर बस चलाने की शिकायत पर मौके पर ही जांच होगी कि चालक शराब के नशे में है या नही. इस गाइड लाइन को अमलीजामा पहनाने के लिए राजस्थान राज्य सड़क परिवहन निगम ने सभी रोडवेज डीपो को दो ब्रैथ एनालाइजर खरीदने के निर्देश दिए हैं.
इनमें से एक ब्रैथ एनालाइजर कार्यशाला में रहेगा, जबकि दूसरा उड़नदस्ते की टीम के पास रहेगा. जारी निर्देश के बाद चूरू डिपो में ब्रैथ एनालाइजर खरीद लिए गए हैं. हालांकि रोडवेज डीपो के पास पहले से एक ब्रैथ एनालाइजर है. लेकिन इसकी उपयोगिता को लेकर प्रबंधन की कुछ खास जिम्मेदारी नहीं थी. अब नई व्यवस्था के तहत ये ब्रैथ एनालाइजर काम मे लिए जा रहे हैं. साथ ही इसकी रिपोर्ट भी समय समय पर उच्च अधिकारियों को देनी होगी.
दरअसल, रोडवेज प्रबंधन को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि चालक शराब के नशे में बस चला रहे हैं. चालकों से रोक टोक करने पर इसे गंभीरता से नही लेने पर यह निर्देश दिए गए है. जानकारी के मुताबिक राजस्थान राज्य सड़क परिवहन निगम ने राज्य के सभी डिपो मैनेजर को निर्देश दिए है कि वे 2-2 ब्रैथ एनालाइजर खरीद लें. ब्रैथ एनालाइजर डीपो प्रबंधक को अपने स्तर पर ही खरीदना होगा. हालांकि निगम की और से बाद में एक एनालाइजर के लिए 5500 रुपए जारी किए जाएंगे. जिनके पास अभी ब्रैथ एनालाइजर हैं और वे काम नहीं कर रहे है तो उन्हें ठीक करवाने के निर्देश भी दिए है.
मुख्य प्रबंधक को देना होगा प्रमाण पत्र...
ब्रैथ एनालाइजर को उपयोग में लेने को लेकर डिपो प्रबंधन कौताही नही बरत सकेंगे. प्रबंधन को डीपो के मुख्य प्रबंधक और उच्च अधिकारियों को इस बात का प्रमाण पत्र भेजना होगा कि एनालाइजर काम मे लिया जा रहा है. चूरू रोडवेज डीपो के प्रबंधक परमेश्वर लाल सैनी का कहना है कि यात्रियों की ओर से लगातार शिकायतें मिल रही थी कि चालक शराब पीकर गाड़ी चला रहे है. अब विभाग की ओर से दो ब्रैथ एनेलाइजर खरीदने के आदेश मिले हैं. इसमें से एक कार्यशाला में रहेगा और दूसरा उड़नदस्ते के साथ.