चूरू. ईमानदारी का सबूत पेश किया है सरदार शहर में एक चाय की दुकान पर काम करने वाले एक शख्स ने. सड़क पर 7.14 लाख रुपए से भरी थैली संबंधित व्यक्ति को सुरक्षित लौटाए.
7 लाख देखकर भी नहीं डोला ईमान, लौटा दी रुपयों से भरी थैली
ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए शहर में चाय की दुकान पर काम करने वाले एक व्यक्ति ने 7.14 लाख रुपए से भरी थैली सही व्यक्ति को लौटाए. सड़क पर पड़े बैग में इतने रुपए मिलने पर भी युवक का ईमान नहीं डगमगाया.
ईमानदारी का दिया परिचय
चूरू. ईमानदारी का सबूत पेश किया है सरदार शहर में एक चाय की दुकान पर काम करने वाले एक शख्स ने. सड़क पर 7.14 लाख रुपए से भरी थैली संबंधित व्यक्ति को सुरक्षित लौटाए.
Intro:चूरू। ईमानदारी आज भी जिंदा है इसका सबूत पेश किया है सरदार शहर में एक चाय की दुकान पर काम करने वाले गणेश ने । शहर के मोती चौक स्थित चाय की दुकान पर काम करने वाले गणेश को सड़क पर एक बैग दिखाई दिया। बैग को खोलकर देखने पर गणेश को पता चला कि इसमें बहुत सारे रुपए हैं । लेकिन इतने सारे रुपए देखने के बाद भी उसका ईमान डगमगाया नहीं। उन्होंने ने रुपयों से भरा यह थैला कलर पेंट की दुकान चलाने वाले हनुमान चंडालिया को दिया। गणेश ने हनुमान चंडारिया से कहा कि यह पैसे किसी व्यक्ति के ऑटो से गिर गए हैं आप इन्हें सुरक्षित रख ले।
Body:रुपए गिने तो सात लाख से ज्यादा निकले हनुमान चंडालिया ने जब इस बैग के रुपए गिने तो 7.14 लाख जैसी बड़ी रकम पाई गई। इतनी बड़ी रकम मिलने के बाद भी चाय की दुकान पर काम करने वाले गणेश और कलर पेंट की दुकान चलाने वाले हनुमान चंडालिया अपनी इमानदारी पर कायम रहे और उन्होंने यह तय कर लिया कि यह पैसे सुरक्षित रखेंगे। कोई व्यक्ति अगर आएगा तो पूरी जानकारी लेकर उसे पैसे लौटा देंगे।
Conclusion:15 मिनट बाद में ही रुपए संबंधित व्यक्ति को लौटा दिए करीब 15 मिनट बाद ही एक व्यक्ति मौके पर पहुंचा और इधर उधर कुछ ढूंढने लगा। उस व्यक्ति से हनुमान चंडालिया ने बातचीत की तो पता चला कि रुपयों से भरा बैग उसी का है पूछताछ करके रुपए हनुमान चंडालिया ने उस व्यक्ति जिनका नाम शेखर गदैया को लौटा दिए। नोट: विजुअल मेल से सेंड कर दिए है।
Body:रुपए गिने तो सात लाख से ज्यादा निकले हनुमान चंडालिया ने जब इस बैग के रुपए गिने तो 7.14 लाख जैसी बड़ी रकम पाई गई। इतनी बड़ी रकम मिलने के बाद भी चाय की दुकान पर काम करने वाले गणेश और कलर पेंट की दुकान चलाने वाले हनुमान चंडालिया अपनी इमानदारी पर कायम रहे और उन्होंने यह तय कर लिया कि यह पैसे सुरक्षित रखेंगे। कोई व्यक्ति अगर आएगा तो पूरी जानकारी लेकर उसे पैसे लौटा देंगे।
Conclusion:15 मिनट बाद में ही रुपए संबंधित व्यक्ति को लौटा दिए करीब 15 मिनट बाद ही एक व्यक्ति मौके पर पहुंचा और इधर उधर कुछ ढूंढने लगा। उस व्यक्ति से हनुमान चंडालिया ने बातचीत की तो पता चला कि रुपयों से भरा बैग उसी का है पूछताछ करके रुपए हनुमान चंडालिया ने उस व्यक्ति जिनका नाम शेखर गदैया को लौटा दिए। नोट: विजुअल मेल से सेंड कर दिए है।