ETV Bharat / state

धूल भरी आंधी और खराब मौसम के कारण लोगों को परेशानी

शहर का खराब वातावरण लोगों का बीमारियां दे रहा है. असामान्य मौसमी बदलाव के कारण लोगों को श्वास और आंखों की कई बीमारी लग रही है. डॉक्टर की सलाह माने तो धूल भरी आंधी से श्वास और आंखों से सबंधित बीमारियां बढ़ती है. इसलिए सभी को सतर्क रहना चाहिए.

शहर का खराब वातावरण लोगों को दे रहा बीमारियां
author img

By

Published : May 19, 2019, 8:34 PM IST

चूरू. जिले में इन दिनों धूल भरी आंधी और असामान्य मौसमी बदलाव के कारण लोगों को श्वास और आंखों की कई बीमारियां दे रहा है. जिन लोगों के यह समस्याएं पहले से है उन्हें सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरुरत है. पिछले 15 दिन में 8 बार तेज और हल्की धूल भरी आंधियां चूरु जिले में आई है. जिसका सीधा असर यहां के लोगों के स्वास्थ्य पर हो रहा है.


चिकित्सकों ने धूल भरी आंधी से श्वास और आंखों के रोगियों को बचने की सलाह दी है. जिन लोगों के स्किन की एलर्जी है उन्हें भी धूल मिट्टी से दूर रहने की सलाह दी गई है. मिट्टी के सूक्ष्म कण सांस के जरिए फेफड़ों में प्रवेश करते हैं. जिसके चलते अस्थमा, श्वसन में सूजन और सांस से रिलेटेड कई बीमारियां बढ़ने की संभावना है.

शहर का खराब वातावरण लोगों को दे रहा बीमारियां


धूल भरी आंधी से होने वाले नुकसानों से बचने के यह करें उपाय

चिकित्सकों की सलाह माने तो इन दिनों घर से बाहर निकलने से पहले चेहरे पर मास्क जरूर लगाए. ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, खाने में जितना हो सके विटामिन सी का प्रयोग करें. खांसी जुकाम की स्थिति में शहद और अदरक का इस्तेमाल करें. घर से बाहर निकलने पर वापस आने के बाद गुनगुने पानी से आंख, नाक साफ करें. बच्चों को बाहर खेलने से रोकें और ज्यादा पैदल नहीं चले. जिनके कफ, अस्थमा जैसी बीमारी है वे सुबह मॉर्निंग वॉक पर जल्दी नहीं जाए. धूप निकलने के बाद में ही बाहर निकले. डॉ. एफ.एच. गौरी का कहना है कि इन दिनों धूल भरी आंधी से श्वास और आंखों से रिलेटेड बीमारियां बढ़ती है. जिन लोगों को पहले से तकलीफ है वे धूल मिट्टी से दूर रहें.

चूरू. जिले में इन दिनों धूल भरी आंधी और असामान्य मौसमी बदलाव के कारण लोगों को श्वास और आंखों की कई बीमारियां दे रहा है. जिन लोगों के यह समस्याएं पहले से है उन्हें सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरुरत है. पिछले 15 दिन में 8 बार तेज और हल्की धूल भरी आंधियां चूरु जिले में आई है. जिसका सीधा असर यहां के लोगों के स्वास्थ्य पर हो रहा है.


चिकित्सकों ने धूल भरी आंधी से श्वास और आंखों के रोगियों को बचने की सलाह दी है. जिन लोगों के स्किन की एलर्जी है उन्हें भी धूल मिट्टी से दूर रहने की सलाह दी गई है. मिट्टी के सूक्ष्म कण सांस के जरिए फेफड़ों में प्रवेश करते हैं. जिसके चलते अस्थमा, श्वसन में सूजन और सांस से रिलेटेड कई बीमारियां बढ़ने की संभावना है.

शहर का खराब वातावरण लोगों को दे रहा बीमारियां


धूल भरी आंधी से होने वाले नुकसानों से बचने के यह करें उपाय

चिकित्सकों की सलाह माने तो इन दिनों घर से बाहर निकलने से पहले चेहरे पर मास्क जरूर लगाए. ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, खाने में जितना हो सके विटामिन सी का प्रयोग करें. खांसी जुकाम की स्थिति में शहद और अदरक का इस्तेमाल करें. घर से बाहर निकलने पर वापस आने के बाद गुनगुने पानी से आंख, नाक साफ करें. बच्चों को बाहर खेलने से रोकें और ज्यादा पैदल नहीं चले. जिनके कफ, अस्थमा जैसी बीमारी है वे सुबह मॉर्निंग वॉक पर जल्दी नहीं जाए. धूप निकलने के बाद में ही बाहर निकले. डॉ. एफ.एच. गौरी का कहना है कि इन दिनों धूल भरी आंधी से श्वास और आंखों से रिलेटेड बीमारियां बढ़ती है. जिन लोगों को पहले से तकलीफ है वे धूल मिट्टी से दूर रहें.

Intro:चूरू। चूरू में इन दिनों धूल भरी आंधी और असामान्य मौसमी बदलाव के कारण शहर का खराब वातावरण लोगों को श्वास और आंखों की कई बीमारियां दे रहा है। जिन लोगों के यह समस्याएं पहले से है उनको और भी ज्यादा नुकसान है। पिछले 15 दिन में 8 बार तेज और हल्की धूल भरी आंधियां चूरु जिले में आई है जिसका सीधा असर यहां के लोगों के स्वास्थ्य पर हो रहा है। चिकित्सकों ने धूल भरी आंधी से श्वास और आंखों के रोगियों को बचने की सलाह दी है । जिन लोगो के स्किन की एलर्जी है उन्हें भी धूल मिट्टी से दूर रहने की सलाह दी गई है। मिट्टी के सूक्ष्म कण सांस के जरिए फेफड़ों में प्रवेश करते हैं जिसके चलते अस्थमा, श्वसन में सूजन और सांस से रिलेटेड कई बीमारियां बढ़ने की संभावना है।


Body:धूल भरी आंधी से होने वाले नुकसानों से बचने के यह करें उपाय
चिकित्सकों की सलाह माने तो इन दिनों घर से बाहर निकलने से पहले चेहरे पर मास्क जरूर लगाए। ज्यादा से ज्यादा पानी पिए खाने में जितना हो सके विटामिन सी का प्रयोग करें। खांसी जुखाम की स्थिति में शहद और अदरक का इस्तेमाल करें। घर से बाहर निकलने पर आने के बाद गुनगुने पानी से आंख, नाक साफ करें बच्चों को बाहर खेलने से रोके और ज्यादा पैदल नहीं चले। जिनके कफ, अस्थमा जैसी बीमारी है वे सुबह मॉर्निंग वॉक पर जल्दी नहीं जाए धूप निकलने के बाद में ही बाहर निकले


Conclusion:बाईट, प्रोफेसर डॉ. एफ. एच. गौरी, सीनियर फिजीशियन,
राजकीय मेडिकल कॉलेज, चूरू।
डॉ. एफ.एच. गौरी का कहना है कि इन दिनों धूल भरी आंधी से श्वास और आंखों से रिलेटेड बीमारियां बढ़ती है। जिन लोगों के पहले से तकलीफ है वे धूल मिट्टी से दूर रहे।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.