चूरू. जिले में इन दिनों धूल भरी आंधी और असामान्य मौसमी बदलाव के कारण लोगों को श्वास और आंखों की कई बीमारियां दे रहा है. जिन लोगों के यह समस्याएं पहले से है उन्हें सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरुरत है. पिछले 15 दिन में 8 बार तेज और हल्की धूल भरी आंधियां चूरु जिले में आई है. जिसका सीधा असर यहां के लोगों के स्वास्थ्य पर हो रहा है.
चिकित्सकों ने धूल भरी आंधी से श्वास और आंखों के रोगियों को बचने की सलाह दी है. जिन लोगों के स्किन की एलर्जी है उन्हें भी धूल मिट्टी से दूर रहने की सलाह दी गई है. मिट्टी के सूक्ष्म कण सांस के जरिए फेफड़ों में प्रवेश करते हैं. जिसके चलते अस्थमा, श्वसन में सूजन और सांस से रिलेटेड कई बीमारियां बढ़ने की संभावना है.
धूल भरी आंधी से होने वाले नुकसानों से बचने के यह करें उपाय
चिकित्सकों की सलाह माने तो इन दिनों घर से बाहर निकलने से पहले चेहरे पर मास्क जरूर लगाए. ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, खाने में जितना हो सके विटामिन सी का प्रयोग करें. खांसी जुकाम की स्थिति में शहद और अदरक का इस्तेमाल करें. घर से बाहर निकलने पर वापस आने के बाद गुनगुने पानी से आंख, नाक साफ करें. बच्चों को बाहर खेलने से रोकें और ज्यादा पैदल नहीं चले. जिनके कफ, अस्थमा जैसी बीमारी है वे सुबह मॉर्निंग वॉक पर जल्दी नहीं जाए. धूप निकलने के बाद में ही बाहर निकले. डॉ. एफ.एच. गौरी का कहना है कि इन दिनों धूल भरी आंधी से श्वास और आंखों से रिलेटेड बीमारियां बढ़ती है. जिन लोगों को पहले से तकलीफ है वे धूल मिट्टी से दूर रहें.