तारानगर (चूरू). जिले की सबसे बड़ी पंचायत साहवा में कथित विकास के दावे खोखले नज़र आ रहे हैं. मामूली बारिश से ही भालेरी सड़क और कस्बे के मुख्य मार्ग बस स्टैंड पर बरसाती पानी की निकासी नहीं होने से आवागमन बाधित रहता है. साहवा के बस स्टैंड व भालेरी मार्ग और ऐतिहासिक गुरुद्वारा के पास हर वक्त कीचड़ भरा रहने से आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
क्षेत्र के साहवा में सड़कों पर जमा पानी आमजन व वाहन चालकों के लिए ही नहीं, बल्कि बेजुबान पशुओं के लिए भी आफत बना हुआ है. लगातार पानी जमा रहने से सड़कों में गड्ढे बन गए हैं और उनमें कीचड़ भरा रहता है. यहां से निकलने वाले पशु इनमें फस जाते हैं और तड़पते रहते हैं. अगर समय पर कोई इनको नहीं संभाले तो पशु इस कीचड़ में तड़प-तड़प के ही मर जाएं. वहीं अगर कोई अनजान बाइक सवार यहां से भूल से ही निकल जाए, तो उसका कीचड़ में फंसना निश्चित है. कई बार अनजान मोटरसाइकिल सवार यहां पानी में डूबे गड्ढों में गिर कर दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं.
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ग्रामवासियों के अनुसार बरसाती पानी ग्रामवासियों के जी का जंजाल बना हुआ है. जिससे पूरे इलाके के लोग परेशान हैं. विकास का दावा करने वाले जनप्रतिनिधियों के दावे फेल साबित हो रहे हैं. सार्वजनिक निर्माण विभाग ग्राम पंचायत के पल्ले मढ़ रहा है और पंचायत विभाग के माथे मढ़ रहा है. एक दूसरे के पाले में गेंद डालने से आमजन की समस्या मजाक बनकर रह गई है.