चूरू. जिला कारागृह के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. यहां एक बार फिर बैरक के अंदर से जेल प्रहरी को मोबाइल फोन मिला है. जिसके बाद जेल अधीक्षक की रिपोर्ट पर अज्ञात के खिलाफ कोतवाली थाना में मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. लेकिन सवाल यहां जो खड़े हो रहे हैं, वह यह कि, आखिरकार जेल के बैरक में मोबाइल फोन पहुंचा कैसे.
बता दें कि, चूरू के जिला कारागृह में मोबाइल फोन मिलने का यह कोई पहला मामला नहीं हैय यहां इससे पहले भी जिला कारागृह में मोबाइल फोन मिल चुके हैं. इससे पहले यहां कई बार हार्डकोर अपराधियों के पास से फोन मिले है,. लेकिन पुलिस जांच में पहले के उन मामलों में भी अभी तक यह पता नहीं चल पाया कि, ये मोबाइल फोन जिला कारागृह तक पहुंचे कैसे. ऐसे में इस बार भी यही माना जा रहा है कि, जांच के नाम पर लीपापोती ही होगी.
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बता दें कि, जिला कारागार में जेल प्रहरी को बैरक संख्या तीन में एक बिना सिम का मोबाइल फोन मिला है. जिसके बाद यही माना जा रहा है कि, यहां जेल में बैठे अपराधी अभी भी बाहर अपने गैंग के सदस्यों से अपराध करवा रहा है. अपराधी अंदर बैठ कर ही अपना गैंग चला रहा है.
यूपी के गोलीकांड से ले सबक
इस गम्भीर मामले में जिला पुलिस की लापरवाही यहां भी किसी बड़े गोलीकांड की वारदात का इंताजार कर रही है. क्योंकि उत्तरप्रदेश के कानपुर में जो गोलीकांड हुआ उसमें यह बात निकलकर सामने आई कि, पुलिस की शह और अपराधियों से गठजोड़ की बदौलत मामूली सा एक अपराधी इतना खतरनाक बन गया. जिसने आठ पुलिसकर्मियो को मौत के घाट उतार दिया. जिस वारदात ने पूरे देश को सन करके रख दिया. ऐसी घटनाएं उत्तरप्रदेश के बाद अन्य राज्यों या अन्य जिलों में भी हो सकती है.