चूरू. अग्रसेन नगर में बालिका आश्रय गृह से एक नाबालिग विवाहिता फरार हो गई. जिसको 24 घंटे के अंदर सदर थाना पुलिस ने हरियाणा के सिरसा से दस्तयाब किया. जिसके बाद बालिका को चूरू सदर थाना पुलिस ने सोमवार को पूछताछ कर बाल कल्याण समिति के समकक्ष पेश किया. जहां सुनवाई के बाद बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कैलाश शर्मा और सदस्य हेमसिंह शेखावत ने बालिका की सहमति पर उसे माता-पिता को सौंप दिया.
जांच अधिकारी संजय कुमार ने बताया की बालिका को उसके पति के घर सिरसा से दस्तयाब किया गया था. उसके साथ उसके परिजनों को भी लाया गया. उसे बाल कल्याण समिति में सोमवार को पेश किया गया. जहां से उसे परिजनों को सौंप दिया गया. वहीं नाबालिग के भागने की जो वजह सामने आयी वह ये की बालिका ने सोचा उसके परिजन नहीं आएंगे तो इसके डर के कारण वह दरवाजा तोड़कर भाग गई.
जानकारी के मुताबिक पहले हाथ से खींचकर आश्रय गृह के कमरे के गेट की जाली तोड़ी. फिर छत पर जाकर नीचे कूद गयी. ऊंचाई का नाबालिगा को उसे पता नहीं था, तो नीचे गिरने पर उसके पैर में चोट भी लगी और कुछ देर बेहोश रही. होश में आने पर किसी तरह रेल्वे स्टेशन पहुंची. वहां से नाबालिगा ट्रेन से रेवाड़ी चली गयी. रेवाड़ी से ट्रेन से ही सिरसा पहुंच गयी. वहां अपने पति के घर चली गयी.