चूरू. राजस्थान के चूरू में दुष्कर्म से आहत (Rape Case in Churu) 13 वर्षीय नाबालिग बालिका ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया. गंभीर हालत में बालिका को जिला अस्पताल के आपातकालीन वार्ड ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार कर बालिका को अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती किया है. बालिका की हालत गंभीर बनी हुई है. पीड़िता की मां की रिपोर्ट पर महिला थाने में दो नामजद सगे भाइयों के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी और पॉक्सो एक्ट की संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद चूरू एसपी और कलेक्टर मॉनिटरिंग कर रहे हैं और बालिका के उपचार संबंधित जानकारी ले रहे हैं. दर्ज मामले में पीड़िता की मां ने बताया कि 13 अप्रैल की रात को वह अपने बच्चों के साथ घर पर सो रही थी. इसी दौरान उसे चिल्लाने की आवाज सुनाई दी तो उसने उठकर देखा तो वार्ड का ही आरोपी उसकी 13 वर्षीय नाबालिग बालिका को जबरन सीढ़ियों में घसीट कर छत पर ले जा रहा था. पीड़िता की मां ने जब शोर मचाया तो आरोपी ने उसकी मां के साथ भी मारपीट की. शोर-शराबा सुनकर आस-पड़ोस और उसके परिवार के अन्य सदस्य मौके पर पहुंचे तो आरोपित छत से कूद कर भाग गया.
इसके बाद सुबह जब पीड़ित बालिका के परिजन आरोपी के घर उलाहना देने गए तो आरोपियों के परिजनों ने पीड़ित परिवार को धमकाकर घर से भगा दिया. जिसके बाद आहत नाबालिग बालिका ने घर पर ही जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया. परिजनों ने जब बालिका से बात की तो बालिका ने बताया कि आरोपी के बड़े भाई ने 3 माह पहले उसके साथ जबरन दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था और किसी को बताने पर छोटे भाइयों को मारने की धमकी दी थी.
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उसने आगे बताया कि आरोपी ने कई बार उसके साथ जबरन संबंध बनाए. इसी बीच आरोपी के छोटे भाई ने भी धमकी देकर (Woman Crime in Churu) उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए. वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए आईसीयू वार्ड में महिला कांस्टेबल को तैनात किया गया है और महिला थाना अधिकारी सुमन शेखावत पीड़िता के बयान लेने अस्पताल पहुंची, लेकिन पीड़िता की हालत गंभीर होने के चलते पर्चा बयान की कार्रवाई नहीं हो पाई.