तारानगर (चूरू). राज्यमंत्री राजेंद्र यादव ने किसान संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नए कृषि कानूनों से किसान मजदूर बन जाएगा. उन्होंने कहा कि खेती पर बहुराष्ट्रीय कपंनियों का कब्जा हो जाएगा. पूरे देश भर से लाखों किसान दिल्ली धरने पर बैठे हैं लेकिन केंद्र सरकार अपनी हठधर्मिता से पीछे नहीं हट रही जो दुर्भाग्य जनक है. कार्यक्रम में विधायक नरेंद्र बुडानिया ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के हितों को दरकिनार कर अपने चहेते उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने का काम किया है.
हनुमानगढ़ कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस ने निकाला 10 किलोमीटर लंबा पैदल मार्च
कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर सोमवार को मक्कासर से हनुमानगढ़ तक पैदल मार्च निकाला गया. जनवादी महिला मोर्चा हनुमानगढ़ की सैंकड़ों सदस्यों ने कृषि कानून को काला कानून बताया, साथ ही कानून को वापस लेने की मांग की. यह मार्च मक्कासर से निकल कर हनुमानगढ़ जंक्शन के भगत सिंह चौक तक 10 किलोमीटर लंबा था. इसके बाद भगत सिंह चौक पर एक सभा का आयोजन किया गया.
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श्रीगंगानगर में किसान संवाद कार्यक्रम
मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने सोमवार को मोती पैलेस में किसानों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से संवाद किया. उन्होंने कहा कि तीनों कृषि कानून किसानों के विरोध में हैं. इससे किसानों को बड़ा नुकसान होगा. केंद्र सरकार बड़े-बड़े औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए यह कानून लेकर आई है. इसमें कृषि मंडियों को खत्म किया जाएगा और कृषि को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी है. जिससे देश के करीब 10 लाख मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे.