चूरू. जिला कलेक्ट्रेट पर गुरुवार को राजस्थान मदरसा शिक्षा सहयोगी संघ के बैनर तले मदरसा पैरा टीचर्स ने प्रदेश की गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. मदरसा शिक्षक यहां काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे थे. मदरसा शिक्षकों ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए संविदा कर्मियों के साथ छलावा और सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया.
प्रदर्शन कर रहे मदरसा पैराटीचर्स ने कहा कि सरकार ने विधानसभा चुनाव के अपने घोषणा पत्र में मदरसा पैरा टीचर्स को नियमित करने का वादा किया था. लेकिन यह वादा सरकार ने अब तक पूरा नहीं किया. प्रदर्शन कर रहे मदरसा पैराटीचर्स ने बताया कि उन्हें तृतीय श्रेणी अध्यापक का दर्जा दिया जाए और उनका मानदेय बढाया जाए. मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को दिए ज्ञापन में मदरसा पैराटीचर्स ने कहा कि अगर जल्द ही उनकी समस्त मांगें नहीं मानी गयी तो प्रदेशभर में वे बड़ा आंदोलन करेंगे.
पढ़ें- दो साल तक विवादों में ही उलझी रही सरकार, कभी कुर्सी बचाने में तो कभी विपक्ष से जूझते दिखे गहलोत
बता दें कि इससे पहले चूरू के उर्दू अध्यापक ठाकुर शमशेर भालू खान भी अल्प भाषाओं को न्याय दिलाने और मदरसा पैराटीचर्स को नियमित करने की मांग को लेकर चूरू से गुजरात के दांडी तक पैदल यात्रा पर निकले थे. जिनके उदयपुर पहुँचने पर वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ने सरकार के प्रतिनिधि बनकर उनसे वार्ता की और वार्ता कर पैदल यात्रा को स्थगित करवाया था.