चूरू. तारानगर तहसील के साहवा गांव के लाडले कमल कुमार मंगलवार को श्रीनगर में शहीद हो गए. शहीद कमल कुमार की पार्थिव शरीर गुरुवार को चूरू में पहुंचेगी और शुक्रवार को उनका साहवा गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा. बता दें कि जवान कमल श्रीनगर में ड्यूटी पर तैनात थे और इसी दौरान हिमस्खलन होने से वह शहीद हो गए.
शहीद की पार्थिव शरीर एयरफोर्स के प्लेन से बीकानेर आएगी और उसके बाद में उनके पार्थिव शरीर को गांव में लाया जाएगा. वहीं शहीद के पिता धर्मेंद सिंह भी सेना में थे. पिता धर्मेंद्र सेना से हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. कमल कुमार बीए प्रथम वर्ष में अध्ययन के दौरान ही सेना में भर्ती हो गए थे. कमल कुमार साल 2018 में सेना में भर्ती हुए थे. वह श्रीनगर में 2 जाट बटालियन में तैनात थे. सैनिक के बेटे कमल की बचपन में ही सेना में जाने की रुचि थी. वहीं शहीद के एक छोटी बहन भी है.
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युवाओं को सेना में जाने के लिए करते थे प्रेरित...
कमल कुमार गांव के युवाओं को भी सेना में जाने के लिए प्रेरित किया करते थे, वह काफी मिलनसार थे. कमल गांव साहवा के ही निजी महाविद्यालय में प्रथम वर्ष में पढ़ने के दौरान ही सेना में भर्ती हो गए थे. शहीद की चाचा विजेंद्र सिंह का कहना है कि कमल काफी मिलनसार था और गांव आने पर भी युवाओं को सेना में जाने के लिए प्रेरित करता था. इनके पिता भी सेना से ढाई साल पहले ही रिटायर हुए है.