चूरू. जिले में एनआरसी,एनपीआर,सीएए के विरोध और प्रमोशन में आरक्षण खत्म किए जाने के विरोध में रविवार को भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
इस दौरान भीम आर्मी ने बंद का आह्वान किया, जिसका असर शहर में मिला जुला देखने को मिला. अति आवश्यक सेवाओं को छोड़कर मुख्य बाजार कि दुकानें शहर में बंद रही. इस दौरान अपनी मांगों के समर्थन में भीम आर्मी सहित कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इंद्रमणि पार्क से आक्रोश रैली भी निकाली. यह आक्रोश रैली मुख्य बाजार, नई सड़क, रेलवे स्टेशन होते हुए जिला कलेक्ट्रेट तक पहुंची.
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मदीना मुसाफिरखाना के पास आक्रोश रैली पर फूल बरसा कर स्वागत किया गया. बंद के दौरान शहर में चप्पे-चप्पे पर आक्रोश रैली के मद्देनजर पुलिस जाब्ता देखा गया. डीएएसएफआई प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सरकार प्रमोशन में आरक्षण के लिए अध्यादेश लाए और इसके साथ ही सीएए, एनआरसी और एनपीआर को भी हटाया जाए.
पद्धोन्नति में आरक्षण बंद को लेकर भारत बंद
रेनवाल (जयपुर). जिले के रेनवाल कस्बे में रविवार को एसटी, एससी को पद्धोन्नति में आरक्षण बंद करने के सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के विरोध में में धरना दिया गया. मुख्य बाजार में चौपड़ पर करीब चार घंटे चले धरने में एसएसटी के लोगों ने सुप्रीम काेर्ट की टिप्पणी को आरक्षण पर कुठाराघात बताया.
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के विरोध में भारत बंद का शहर में आंशिक असर नजर आया. धरना स्थल के आसपास की दुकानें जहां बंद रही वहीं अन्य मार्केट हमेशा की तरह खुला रहा. सुबह करीब 10 बजे एसएसटी के लोगों ने चौपड़ पर धरना शुरू कर दिया. इस दौरान गांवों से काफिले के रूप में लोग नारेबाजी करते हुए धरने में शामिल होते रहे. धरना और बंद को देखते हुए प्रशासन मुस्तैद नजर आया.
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डीएसपी राजेन्द्र सिंह रावत, एसएसटी सेल के डीएसपी चंद्रसिंह, थानाप्रभारी अनिल सिंह तंवर मय दलबल के पूरे समय मौजूद रहे. बंद को लेकर पुलिस ने अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया. धरने की सूचना पर एसडीएम रामकुमार कस्वां, नायब तहसीलदार भंवरलाल वर्मा भी पहुंचे.
धरने के दौरान सैंकडों लोगों ने आरक्षण के समर्थन में नारेबाजी करते हुए शहर में जुलूस निकाला. बाद में एसडीएम को राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन में सरकार से आरक्षण में किसी भी प्रकार की छेड़छाड नहीं करने की मांग की. विरोध प्रदर्शन में अंबेडकर सेवा संस्थान के अध्यक्ष भंवरलाल सामरिया, सरपंच मूलचंद रैगर, बाबूलाल मीणा, हरिराम वर्मा सहित सैकडों लोग मौजूद रहे.