सरदारशहर (चूरू). जिले के सरदारशहर से 24 किलोमीटर दूर रूपलिसर पंचायत के गांव ढाणी देगा के गिरधारी राम ढाका 2 साल से भी ज्यादा समय से एक पेड़ से जंजीरों में जकड़े हुए हैं. ईटीवी भारत ने 2 दिन पहले इस खबर को प्रकाशित किया था, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और उपखंड अधिकारी ने पुलिस और रेवेन्यू विभाग को इलाज के लिए निर्देशित किया.
ईटीवी भारत पर खबर चलने बाद उपखण्ड अधिकारी रीना छिंपा ने तुरंत पुलिस और रेवेन्यू विभाग को इलाज के लिए निदेर्शित किया. एसडीएम के निर्देश पर पुलिस और रेवेन्यू विभाग की टीम ने तुरंत ग्राम पंचायत रूपलीसर के गांव ढाणी देगां पहुंचकर मानसिक रूप से पीड़ित रोगी गिरधारी राम को इलाज के लिए चूरू के राजकीय डीबी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर गिरधारी का इलाज चल रहा है.
जानकारी के अनुसार तीन साल पहले गिरधारी की मानसिक स्थिति बिगड़ गई. परिजनों ने इधर-उधर से कर्ज लेकर गिरधारी का इलाज करवाया, जिसके कारण आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद इलाज नहीं करवा पाए. मानसिक स्थिति ज्यादा बिगड़ने के कारण परिजनों ने उसे लोहे की जंजीरों से जकड़ दिया. इसकी जानकारी मिलने पर ईटीवी भारत ने खबर को प्राथमिकता के साथ चलाया तो प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाज के लिए उसे चूरू भेज दिया.
इस संबंध में थानाधिकारी महेन्द्र दत्त शर्मा ने बताया कि उपखण्ड अधिकारी से निर्देश मिला कि ढाणी देगा में एक गिरधारी नामक व्यक्ति मानसिक रूप से विक्षिप्त है. उसको इलाज के लिए चूरू भेजा जाए. जिसके बाद पुलिस और गिरदावर ने तुरंत ही गांव में पहुंचकर रोगी को इलाज के लिए चूरू भर्ती करवाया.
पढ़ेंः राजस्थान का 'सियासी फुटबॉल': कब-किसने किसके पाले में डाली बॉल...यहां जानिए...
उपखण्ड अधिकारी रीना छिंपा ने बताया कि ईटीवी भारत के माध्यम से इसकी जानकारी मिली. जानकारी मिलते ही पुलिस और रेवेन्यू विभाग को इलाज करवाने के लिए निर्देश दिए गए हैं. रोगी को चूरू के राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. उन्होंने बताया कि इलाज के बाद गिरधारी राम अब बेड़ियों से मुक्त होकर खुश नजर आ रहा है.