चूरू. कुख्यात गैंगस्टर संपत नेहरा ने ढाणी मौजी गैंगवार मामले में चूरू पुलिस की पूछताछ में कई अहम और चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. फरवरी 2021 में ढाणी मौजी में हुई गैंगवार की वारदात की पूरी पटकथा संपत नेहरा ने पंजाब की होशियारपुर जेल में बैठे-बैठे लिखी थी. फरवरी 2021 में ढाणी मौजी में हुई गैंगवार की इस वारदात में हिस्ट्रीशीटर प्रदीप स्वामी सहित चार जनों की बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी.
ढाणी मौजी में हुए इस खूनी खेल का रचयिता था संपत नेहरा. जिसने जेल में बैठे-बैठे हरियाणा औऱ पंजाब के शॉर्प शूटरों को हायर किया था. इन शॉर्प शूटरों को हथियार उपलब्ध करवाए थे.
संपत नेहरा 2 दिन के पुलिस रिमांड पर
गैंगस्टर संपत नेहरा की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने बुधवार को नेहरा को तारानगर कोर्ट में वर्चुअली पेश किया. जिला अस्पताल से एक मेडिकल टीम बुलाकर महिला थाने में बनी अस्थाई जेल में मेडिकल करवाया गया. कोर्ट ने संपत नेहरा को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है.
पढ़ें- डूंगरपुर: हवाला के 30 लाख रुपए की राशि के साथ युवक गिरफ्तार
वर्चस्व और बदले की भावना बनी गैंगवार की वजह
हरियाणा राज्य की सीमा से सटे चूरू में गैंगवार की वारदातों की मुख्य वजह वर्चस्व की लड़ाई और बदले की भावना है. साल 2018 में राजगढ़ कोर्ट परिसर में दिनदहाड़े हुई हिस्ट्रीशीटर अजय जैतपुरा की हत्या और फरवरी 2021 में ढाणी मौजी में हुई गैंगवार की पटकथा उसी दिन लिख दी गई जब हरियाणा के ईशरवाल में 25 जून साल 2015 में गैंगस्टर और दो लाख के इनामी बदमाश केहर की ढाणी निवासी अनिल केहर का एनकाउंटर हुआ था. उसी दिन से नेहरा गैंग और जैतपुरा गैंग के बीच टकराव शुरू हो गया था.
अजय जैतपुरा ने ही अनिल को एनकाउंटर वाली जगह बुलाया था
अजय जैतपुरा ने ही अनिल को एनकाउंटर वाली जगह बुलाया था. वहां पहले से ही हरियाणा पुलिस मौजूद थी. जिसने अनिल केहर का एनकाउंटर कर दिया. केहर के एनकाउंटर के बाद से ही केहर गैंग से जुड़े बदमाश अजय जैतपुरा से रंजिश रखने लगे. बता दें कि केहर गैंग के तार संपत नेहरा से जुड़े थे. 17 जनवरी 2018 को संपत नेहरा गैंग से जुड़े बदमाशों ने राजगढ़ कोर्ट में दिनदहाड़े अजय जैतपुरा की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
कोर्ट परिसर में हुए हत्याकांड का मुख्य गवाह था हिस्ट्रीशीटर प्रदीप स्वामी और जैतपुरा की हत्या के बाद से जैतपुरा गैंग को हिस्ट्रीशीटर प्रदीप स्वामी संभाल रहा था. जिसकी हत्या के लिए फरवरी 2021 में ढाणी मौजी में हरियाणा और पंजाब के शार्प शूटर आए और उन्होंने हिस्ट्रीशीटर प्रदीप स्वामी को ताबड़तोड़ फायरिंग कर गोलियों से छलनी कर दिया. गैंगवार की इस वारदात में 2 लोगों समेत चार जनों की मौत हो गई थी.