चूरू. शनिवार को प्रदेश और देश का सबसे गर्म शहर चूरू को दर्ज किया गया था. मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 50.8 डिग्री दर्ज किया गया था. शहर में आसमान से दिनभर अंगारे बरस रहे हैं. कूलर, पंखे भी इस प्रचंड गर्मी में दम तोड़ रहे हैं. ऐसे में नगरपरिषद चूरू की और से सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है.
भट्टी बनी शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहने लगा है. 51 डिग्री के करीब तापमान पहुंचने के बाद शहर के लोग अब घरों में दुबके हुए हैं. शहर का आम नागरिक बस यही कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि इतनी भयंकर और भीषण गर्मी पहले कभी चूरू मे नही देखी. रविवार को भी सुबह 11:30 बजे तापमान 46 पार जा रहा है. रविवार को भी रवि के तेवर नरम पड़ते दिखाई नही दे रहे और माना जा रहा है आज भी तापमान अर्द्धशतक लगाएगा. 50 डिग्री के पहुंचे तापमान के बाद शहर की सड़कों पर अघोषित कर्फ्यू लगा है. सड़को पर जो लोग अपने घरों से निकल रहे हैं वह तौलिए और सूती कपड़े से अपना मुंह ढककर बाहर आ रहे हैं.
बढ़ती गर्मी ने किया लोगों का जीना मुहाल
राजस्थान का पूर्वी द्वार कहां जाने वाला जिला भरतपुर विश्व विरासत राष्ट्रीय पक्षी उधान के लिए विख्यात है. इन दिनों जिले में भीषण गर्मी पड़ रही है, जहां तापमान 45 डिग्री सेंटीग्रेड के पार पहुंच चूका है. आग उगलती धूप गर्म हवाओं ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है. जिसके कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. यदि किसी कारणवश निकलना भी होता है तो सिर पर कपड़ा डालकर घरों से बाहर निकल रहे हैं. हालांकि दोपहर के समय बाजार सहित शहर के चारों तरफ सड़के सूनी पड़ी रहती हैं. घरों से बाहर निकले लोग बाहर गर्मी की कहर कम करने के लिए पेय पदार्थ ज्यूस, नींबू, गन्ने का रस आदि पीकर के गर्मी राहत लेने की कोशिश कर रहे हैं.
लोगों के अनुसार इस प्रचंड गर्मी के कारण अपने महत्वपूर्ण काम को भी नहीं कर पा रहे हैं. सुबह घर से जल्दी निकल कर अपने काम पूर्ण करके वापस घर लौट आते हैं. तो फिर दोपहर के बाद शाम को घरों से बाहर निकलते हैं. जहां तक बाजारों से खरीददारी की बात है तो लोग सुबह या शाम के वक्त ही बाजार के लिए निकलते हैं. भीषण गर्मी के कारण बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ जाता है. इसलिए लोग तरल पदार्थ उपयोग करने पर ज्यादा ध्यान दे रहे है.
नौतपा का कहर जारी, लोग कर रहे गर्मी से बचने के जतन
झालावाड़ जिले में नौतपा के आखिरी दिन भी गर्मी का कहर जारी रहा. भीषण गर्मी की वजह से झालावाड़ की सड़कें सुनसान नजर आ रही हैं. गर्मी में लू व तेज धूप के कारण लोगों का घर से बाहर निकलना भी दूभर हो गया है. जिसके चलते झालावाड़ के मुख्य मार्गों पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है. जिले में हफ्ते भर से दिन का तापमान 45 डिग्री के आसपास बना हुआ है.
रविवार को भी तापमान 45 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. लगातार बढ़ते तापमान की वजह से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलती हुई नजर नहीं आ रही है. हालांकि कभी कभी बादलों के छाने से धूप जरुर कम हो जाती है. लेकिन गर्मी का असर कम नहीं हो पा रहा है. ऐसे वक्त में ऐसी, कुलरों ने भी जवाब दे दिया है. लोग गर्मी से बचने के लिए तरह-तरह के जतन करते हुए नजर आ रहे हैं. जहां कुछ लोग पार्क में पेड़ों की छाया में बैठे हुए गर्मी से बचने का प्रयास कर रहे हैं. तो वही धूप में निकलने वाले लोग मुंह पर रुमाल या दुपट्टा बांधकर निकल रहे हैं, ताकि धूप से बचा जा सके. लोग खानपान में नींबू की शिकंजी, कच्चे आम की छाछ, जूस व फल-फ्रूट खाकर भी गर्मी से बचने का प्रयास कर रहे हैं.
तापमान 47 डिग्री पार, लोगों को राहत की दरकार
सीकर जिले में सूर्य देव के प्रचंड तेवर लगातार बढ़ते जा रहे हैं. मौसम विभाग के अनुसार तापमान 47 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है. गर्मी की वजह से लोगों का जीवन बेहाल है. सुबह 11 बजे की सड़कों पर कर्फ्यू जैसे हालात बन हुए हैं. 7 साल में पहली बार जून में तापमान 40 डिग्री से पार गया है. मौसम विभाग की माने तो अगले 2 दिन तक तापमान इसी के आसपास अटका रहेगा.
नौतपा में तपती धरती किसानों को होगा फायदा
हालांकि इस भीषण गर्मी से किसानों का बहुत फायदा होगा. माना जाता है कि नौतपा के इस दौरान जितनी गर्मी पड़ती है किसानों को उतना फायदा होता है. गर्मी की वजह से आगे मानसून अच्छा रहता है. इसके अलावा जमीन में जितने भी कीट पतंगे होते हैं, वे ज्यादा तापमान की वजह से नष्ट हो जाते हैं. तपन की वजह से जमीन की उपजाऊ क्षमता भी बढ़ती है.
गर्मी का कहर, अधिक लोड से जलने लगे ट्रांसफार्मर
सीमावर्ती जिले श्रीगंगानगर में लगातार बढ़ रही गर्मी से जहां आम जनजीवन परेशान है. वहीं गर्मी से बचने के लिए लोग कूलर, पंखे ,एसी का सहारा ले रहे हैं. जिससे विद्युत खपत एकाएक बढ गई है. बिजली की खपत बढ्ने से सप्लाई बाधित होने लगी है. अधिक लोड बढ़ने से ट्रांसफॉर्म भी जलने लगे है. एच ब्लॉक एरिया मे बिजली खपत बढ्ने से 500 केवीए के एक ट्रांसफार्मर में आग लग गई. डिस्कॉम कर्मियों की सतर्कता से आग पर काबू पाया गया. इस दौरान चार घंटे तक बिजली सप्लाई बाधित रही.
विधुत विभाग के सहायक अभियंता विकास बिश्नोई ने बताया कि एच ब्लॉक एरिया के ट्रांसफार्मर में आग लगने की सूचना मिलते ही तुरंत प्रभाव से विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंच पहुंचे और आग पर काबू पाया. हालांकि आग लगने से किसी प्रकार की कोई जनहानी नहीं हुई. शहर में ही अब तक आधा दर्जन ट्रांसफार्मर जलने से बदले जा चुके हैं. उधर विद्युत व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए अधिकारी लगे हुए हैं, ताकि विद्युत कट लगने से आक्रोशित लोग सड़कों पर ना उतरे.
सूर्य देव के तेवर लगातार तीखे, लोगों का घरों से निकलना बंद
राजसमंद में सूर्य देव के तेवर लगातार तीखे होते जा रहे हैं. अब की बार मौसम सारे रिकॉर्ड तोड़ चुका है. रविवार को सीजन का सबसे गर्म दिन रहा. राजसमंद जिले में अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस रहा, तो वहीं न्यूनतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रहा.
पिछले कई दिनों से जिलें में भीषण गर्मी का दौर जारी है. लू के थपेड़ों ने दोपहिया वाहन चालकों को मानो सुलगा दिया. इंसान तो क्या मवेशी भी छांव तलाशते नजर आए. शहर में सुबह 9 बजे बाद से ही तल्ख धूप ने परेशान किए रखा. दिन में सड़के इतनी ज्यादा गर्म थी की शोले उड़ते हुए महसूस हुए. पिछले 5 दिन के तापमान की बात करें तो पारा 41 पार ही चल रहा.