चूरू. राजस्थान के अजमेर, पीलीबंगा और भरतपुर में डॉक्टर्स के साथ हुए कथित अभद्र व्यवहार के विरोध में चूरू के चिकित्सक भी अब उक्त घटना के विरोध में उतर आएं हैं. यहां चिकित्सकों ने राजकीय भर्तिया अस्पताल में काले झंडे लहराकर और बाजू पर काली पट्टी बांधकर ब्लैक फ्राइडे मनाया. इस दौरान राजकीय भर्तिया अस्पताल के सामने काले झंडे लेकर चिकित्सकों ने नारेबाजी कर अपना आक्रोश जताया. विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर का कहना है कि यदि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति हुई तो आंदोलन किया जाएगा.
चिकित्सकों ने आरोप लगाया कि निजी अस्पतालों के चिकित्सकों के साथ भी सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है. चिकित्सकों ने कहा कि सरकार की ओर से स्पष्ट गाइडलाइन जारी नहीं होने के कारण असमंजस के हालात बने रहते हैं. उन्होंने कहा कि झुंझुनू और भीलवाड़ा में कोरोना पॉजिटिव पाए गए चिकित्सकों के खिलाफ भी दर्ज हुई एफआईआर का भी चिकित्सकों ने यहां विरोध जताया.
पढ़ें- चूरू में हाई रिस्क जोन से आए 113 लोगों के लिए गए सैंपल
विरोध जता रहें चिकित्सकों ने मांग की है कि डॉक्टर के कोविड-19 पॉजिटिव होने पर सभी डॉक्टरों को रिस्क अलाउंस के साथ-साथ पॉजिटिव क्षतिपूर्ति दी जाए. जो कि मृत्यु होने की स्थिति में और उपचार की पूर्ण सुविधा के साथ विशेष रुप से प्रपोसनल में हो.